SQL का इतिहास :-
SQL - Structured Query Language की उत्पत्ति हमें 1970 के दशक में वापस ले जाती है। इसे IBM लैबोरेट्रीज में, नया डाटाबेस सॉफ़्टवेयर बनाया गया था। यह डेटा को मैनेज करने के लिए, SQL लैग्वेज बनाई गई थी।सबसे पहले इसे SEQUEL कहा जाता था,लेकिन इसे बाद में से सिर्फ SQL में बदल दिया गया था।
SQL का परिचय:-
इसे SQL या सीक्वल के नाम से भी जाना जाता है। परंतु एसक्यूएल का पूरा नाम स्ट्रक्चर स्ट्रक्चर्ड क्वेरी लैंग्वेज (Structured Query Language) है। यह एक डेटाबेस सॉफ्टवेयर है जो की रिलेशन डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम के अनुसार डेटाबेस का प्रबंधन करता है।
यह डाटा को संग्रहित करने, Query (प्रश्न) करके आवश्यक डाटा को देखने, डाटा को अपडेट करने के तथा डिलीट करने आदि के कार्य करने में सक्षम है।
यह लगभग सभी प्रकार के प्रयोग कर्ताओं द्वारा प्रयोग की जाती है। इसे DBA (Database Administrator), DBP (Data base Programmer) तथा अन्य प्रयोग कर्ताओं के द्वारा भी प्रयोग की जाती है। यह एक सर्वर tool है। यह SQL स्टेटमेंट को पहचान कर उसे रन करके प्राप्त आउटपुट को सुव्यवस्थित तरीके से प्रदर्शित करता है ।
सामान्यतः SQL की लैंग्वेज को निम्न श्रेणियों में विभाजित जा सकता है-
1. DDL (Data Definition Language)
2. DML (Data Manipulation Language)
3. TCL (Transaction Control Language)
4. DCL (Data Control Language)
1. DDL (Data Definition Language):-
DDL का पूरा नाम Data Definition Language (डाटा डिफाइन डेफिनेशन लैंग्वेज) है। इसके अंतर्गत नया डाटा बेस स्ट्रक्चर बनाने, डेटाबेस ऑब्जेक्ट, व्यूज आदि को बनाने का कार्य करते हैं। बने हुए डेटाबेस के स्ट्रक्चर में कुछ परिवर्तन करने या डेटाबेस स्ट्रक्चर या किसी ऑब्जेक्ट को करने delete आदि कार्यों वाले कमांड्स को भी इसी श्रेणी में रखा गया है।
इस श्रेणी के कमांड निम्नलिखित है-
●Create
●Alter
●Drop
●Truncate
●Rename
2. DML (Data Manipulation Language)
DML का पूरा नाम Data Manipulation Language (डाटा मैनिपुलेशन लैंग्वेज) है इस प्रकार के कमांड्स डाटा को संग्रहित करने उसे पुनः प्राप्त करने, डाटा में बदलाव करने या उसे डिलीट करने आदि का कार्य करते हैं। इस श्रेणी के कमांड टेबल के स्ट्रक्चर के बजाएं टेबल में संग्रहीत डाटा पर कार्य करते हैं । इसलिए इन्हें डाटा मैनिपुलेशन लैंग्वेज किस श्रेणी में रखा गया है।
इसमें निम्नलिखित कमांड्स को शामिल किया गया है-
●Select
●Insert
●Update
●Delete
TCL (Transaction Control Language):-
TCL का पूरा नाम Transaction Control Language (ट्रांजैक्शन कंट्रोल लैंग्वेज) है। कोई भी DML स्टेटमेंट execute करने पर transaction होता है। ऐसी स्थिति में उसे उस Transaction से डाटा बेस में आए बदलाव को सेव करना हैं या नहीं यह निर्धारित करने के लिए TCL कमांड्स का प्रयोग किया जाता है।
इस श्रेणी के कमांड्स निम्नलिखित हैं:-
●Commit
●Rollback
●Save Point
4.DCL (Data Control Language ):-
DCL का पूरा नाम Data Control Language (डाटा कंट्रोल लैंग्वेज) है। इस श्रेणी के कमांड्स में उन कमांड्स को रखा गया है जिनके द्वारा डेटाबेस या डाटा या privileges ( विशेषाधिकार) आदि को नियंत्रित किया जा सकता है। जैसे कि कोई नया user login बनाना, उसे पासवर्ड देना, किसी यूज़र का पासवर्ड बदलना, किसी यूज़र को permissions allot करना। इस प्रकार के कमांड का प्रयोग DBA (Database Administrator) के द्वारा किया जाता है।
Advantage of SQL:-
1. SQL यूजर्स को रिलेशनल डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम में डेटा एक्सेस करने की अनुमति देता है।
2. यूजर्स डेटा को डिस्क्राइब कर सकते हैं।
3. यूजर डेटाबेस में डेटा को डिफाइन कर सकते हैं और उस डेटा में हेरफेर भी कर सकते है।
4. SQL मॉड्यूल, लाइब्रेरीज और प्री-कंपाइलर का उपयोग करते हुए अन्य भाषाओं में एम्बेड किया जा सकता है।
5. यूजर्स डेटाबेस और टेबल को बना सकते हैं और ड्रॉप कर सकते हैं।
6. यूजर व्यू को क्रिएट कर सकते हैं, प्रोसीजर स्टोर कर सकते हैं और डेटाबेस में फंक्शन क्रिएट कर सकते हैं।
7. यूजर टेबल, प्रोसीजर और व्यू में परमिशन सेट कर सकते हैं।
महत्वपूर्ण SQL कमांडस्:-
SELECT – डेटाबेस से डेटा को एक्सट्रैक्ट करता है।
UPDATE – डेटाबेस में डेटा को अपडेट करता हैं।
DELETE – डेटाबेस से डेटा डिलीट करता है।
INSERT INTO – डाटाबेस में नए डेटा को इनर्स्ट करता है।
CREATE DATABASE – एक नया डेटाबेस बनाता है।
ALTER DATABASE – डेटाबेस को मॉडिफाइ करता है।
CREATE TABLE – एक नया टेबल बनाता है।
ALTER TABLE – टेबल मॉडिफाइ करता है।
CREATE INDEX – एक इंडेक्स (सर्च कि) बनाता है
SQL का परिचय:-
इसे SQL या सीक्वल के नाम से भी जाना जाता है। परंतु एसक्यूएल का पूरा नाम स्ट्रक्चर स्ट्रक्चर्ड क्वेरी लैंग्वेज (Structured Query Language) है। यह एक डेटाबेस सॉफ्टवेयर है जो की रिलेशन डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम के अनुसार डेटाबेस का प्रबंधन करता है।
यह डाटा को संग्रहित करने, Query (प्रश्न) करके आवश्यक डाटा को देखने, डाटा को अपडेट करने के तथा डिलीट करने आदि के कार्य करने में सक्षम है।
यह लगभग सभी प्रकार के प्रयोग कर्ताओं द्वारा प्रयोग की जाती है। इसे DBA (Database Administrator), DBP (Data base Programmer) तथा अन्य प्रयोग कर्ताओं के द्वारा भी प्रयोग की जाती है। यह एक सर्वर tool है। यह SQL स्टेटमेंट को पहचान कर उसे रन करके प्राप्त आउटपुट को सुव्यवस्थित तरीके से प्रदर्शित करता है ।
सामान्यतः SQL की लैंग्वेज को निम्न श्रेणियों में विभाजित जा सकता है-
1. DDL (Data Definition Language)
2. DML (Data Manipulation Language)
3. TCL (Transaction Control Language)
4. DCL (Data Control Language)
1. DDL (Data Definition Language):-
DDL का पूरा नाम Data Definition Language (डाटा डिफाइन डेफिनेशन लैंग्वेज) है। इसके अंतर्गत नया डाटा बेस स्ट्रक्चर बनाने, डेटाबेस ऑब्जेक्ट, व्यूज आदि को बनाने का कार्य करते हैं। बने हुए डेटाबेस के स्ट्रक्चर में कुछ परिवर्तन करने या डेटाबेस स्ट्रक्चर या किसी ऑब्जेक्ट को करने delete आदि कार्यों वाले कमांड्स को भी इसी श्रेणी में रखा गया है।
इस श्रेणी के कमांड निम्नलिखित है-
●Create
●Alter
●Drop
●Truncate
●Rename
2. DML (Data Manipulation Language)
DML का पूरा नाम Data Manipulation Language (डाटा मैनिपुलेशन लैंग्वेज) है इस प्रकार के कमांड्स डाटा को संग्रहित करने उसे पुनः प्राप्त करने, डाटा में बदलाव करने या उसे डिलीट करने आदि का कार्य करते हैं। इस श्रेणी के कमांड टेबल के स्ट्रक्चर के बजाएं टेबल में संग्रहीत डाटा पर कार्य करते हैं । इसलिए इन्हें डाटा मैनिपुलेशन लैंग्वेज किस श्रेणी में रखा गया है।
इसमें निम्नलिखित कमांड्स को शामिल किया गया है-
●Select
●Insert
●Update
●Delete
TCL (Transaction Control Language):-
TCL का पूरा नाम Transaction Control Language (ट्रांजैक्शन कंट्रोल लैंग्वेज) है। कोई भी DML स्टेटमेंट execute करने पर transaction होता है। ऐसी स्थिति में उसे उस Transaction से डाटा बेस में आए बदलाव को सेव करना हैं या नहीं यह निर्धारित करने के लिए TCL कमांड्स का प्रयोग किया जाता है।
इस श्रेणी के कमांड्स निम्नलिखित हैं:-
●Commit
●Rollback
●Save Point
4.DCL (Data Control Language ):-
DCL का पूरा नाम Data Control Language (डाटा कंट्रोल लैंग्वेज) है। इस श्रेणी के कमांड्स में उन कमांड्स को रखा गया है जिनके द्वारा डेटाबेस या डाटा या privileges ( विशेषाधिकार) आदि को नियंत्रित किया जा सकता है। जैसे कि कोई नया user login बनाना, उसे पासवर्ड देना, किसी यूज़र का पासवर्ड बदलना, किसी यूज़र को permissions allot करना। इस प्रकार के कमांड का प्रयोग DBA (Database Administrator) के द्वारा किया जाता है।
Advantage of SQL:-
1. SQL यूजर्स को रिलेशनल डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम में डेटा एक्सेस करने की अनुमति देता है।
2. यूजर्स डेटा को डिस्क्राइब कर सकते हैं।
3. यूजर डेटाबेस में डेटा को डिफाइन कर सकते हैं और उस डेटा में हेरफेर भी कर सकते है।
4. SQL मॉड्यूल, लाइब्रेरीज और प्री-कंपाइलर का उपयोग करते हुए अन्य भाषाओं में एम्बेड किया जा सकता है।
5. यूजर्स डेटाबेस और टेबल को बना सकते हैं और ड्रॉप कर सकते हैं।
6. यूजर व्यू को क्रिएट कर सकते हैं, प्रोसीजर स्टोर कर सकते हैं और डेटाबेस में फंक्शन क्रिएट कर सकते हैं।
7. यूजर टेबल, प्रोसीजर और व्यू में परमिशन सेट कर सकते हैं।
महत्वपूर्ण SQL कमांडस्:-
SELECT – डेटाबेस से डेटा को एक्सट्रैक्ट करता है।
UPDATE – डेटाबेस में डेटा को अपडेट करता हैं।
DELETE – डेटाबेस से डेटा डिलीट करता है।
INSERT INTO – डाटाबेस में नए डेटा को इनर्स्ट करता है।
CREATE DATABASE – एक नया डेटाबेस बनाता है।
ALTER DATABASE – डेटाबेस को मॉडिफाइ करता है।
CREATE TABLE – एक नया टेबल बनाता है।
ALTER TABLE – टेबल मॉडिफाइ करता है।
CREATE INDEX – एक इंडेक्स (सर्च कि) बनाता है
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