सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

Spreadsheet formatting and work in it : स्प्रेडशीट फॉरमैटिंग और उसमें कार्य

 स्प्रेडशीट फॉरमैटिंग और उसमें कार्य :-

आज हम MS excel के स्प्रेडशीट फॉरमैटिंग और उसमें कार्य के बारे मे जानेगे क्या होता है? स्प्रेडशीट फॉरमैटिंग और उसमें कार्य हिन्दी में  तो चलिए शुरु करते हैं - Excel में कार्य करने से पहले उसे अपने डेटा के अनुसार फॉरमैट करना पड़ता है। फॉरमैट करने के लिए यह जानना आवश्यक है कि हम किस - किस तरह के डेटा रखते हैं । सामान्यतः Excel में number , text या फॉर्मूले के रूप में कोई entry दे सकते हैं।
Spreadsheet formatting


Number (नम्बर):-

0 से 9 के आधार पर बनने वाली सभी संख्याएँ , दशमलव , # , % , + , - जैसे डेटा इस श्रेणी में आते हैं ।

Text:- 

A से z तक वर्णमाला के सभी अक्षर एवं उनके प्रयोग से बनने वाले शब्द इस श्रेणी में आते हैं ।

Formula:-

गणित के आधार पर कैलकुलेशन करने के लिए जो भी फॉर्मूले बनाते हैं , उन्हें = चिह्न से शुरू करके लिखते हैं । उदाहरण यदि CI , C2 , C3 , सेल के contents को जोड़ना चाहते हैं तो = C1 + C2 + C3 के रूप में फॉर्मूला लिखते हैं ।

Auto Correction Settings (ऑटो करेक्शन की सेटिंग):-

कुछ ऐसे शब्द होते हैं जिनकी स्पेलिंग बार - बार गलत लिखने का हमारा अभ्यास होता है । उदाहरण के लिए , यदि कोई अपने नाम की स्पेलिंग Rishii लिखता है तो भी हम अपनी आदत के अनुसार बार बार Rishi लिख देते हैं । इस तरह की गलतियों से बचने के लिए हम Excel की Autocorrect सुविधा का लाभ उठा सकते हैं ।
 वह शब्द , जिसकी स्पेलिंग गलत टाइप होने का अंदेशा होता है , से AutoCorrect में सेट कर दिया जाता है और फिर जब भी हम वह शब्द टाइप करते हैं , Excel उसे स्वयं ही ठीक शब्द से बदल देता है । मान लीजिए कि हम Rishii शब्द को Rishi टाइप होने से बचाना चाहते हैं तो इनकी सेटिंग इस प्रकार करेंगे
1. Tools मेन्यू पर Auto Correct विकल्प को चुनें । अब स्क्रीन पर निम्न डायलॉग बॉक्स दिखाई देता है । तो इनको
2. Replace text as you type के बॉक्स में tick का निशान लगाएँ और उसे उपस्थित करें ।
3. Replace के नीचे वाले बॉक्स में वह शब्द टाइप करें , जो गलत टाइप होने की संभावना है । उदाहरण के लिए , यहाँ हम Rishi टाइप कर सकते हैं । 
4. With के बॉक्स में उस शब्द की सही स्पेलिंग टाइप करें । उदाहरण के लिए , हम Rishii टाइप कर सकते हैं ।
5. Add बटन पर क्लिक करके इस शब्द को dictionary में जोड़ दें । 
6. अब OK बटन दबाएँ । इसके बाद हम जब भी गलत स्पेलिंग टाइप करते हैं , Excel उसे स्वयं ही ठीक कर देता है ।

Cell formatting (सेल की फॉरमैटिंग):-

वर्कशीट में हम भिन्न - भिन्न प्रकार की संख्याएँ इनपुट करते हैं । कुछ संख्याएँ हम दशमलव के आगे निश्चित स्थानों तक रखना चाहते हैं एवं कुछ संख्याएँ हम currency के चिह्न ( जैसे s ) के साथ रखना चाहते हैं । इसी तरह Date , Time , Percentage , Fraction , Scientific आदि फॉरमैट में डेटा रखने के लिए Cell को भिन्न - भिन्न प्रकार से फॉरमैट करते हैं । 
उदाहरण के लिए , यदि किसी सेल में संख्याओं को दशमलव के तीन स्थान तक रखना चाहते हैं तो निम्न प्रकार फॉरमैट करें 
1. उस Cell को सिलेक्ट करें , जिसे फॉरमैट करना है । 
2. Format विकल्प को चुनें । 
3. Format Cells लिस्ट से सेल विकल्प चुनें ।
4. Format Cells की लिस्ट से Number विकल्प पर क्लिक करें ।
5. Decimal Places के आगे वह संख्या टाइप कर दें , जितने स्थान तक हम दशमलव के आगे अंक चाहते हैं । इस उदाहरण में हम 3 टाइप करेंगे । 
6. OK बटन पर क्लिक करें । फॉरमैट के बाद संख्या निम्न प्रकार से दिखाई देगी

Width Change via Format menu (Format मेन्यू द्वारा Width बदलना):-

कोई डेटा , जो इनपुट किया गया है , यदि वह सेल से बड़ा हो तो उस सेल में डेटा के स्थान पर ##### " दिखता है । इस प्रकार उस सेल में उसकी चौड़ाई की सीमा से अधिक बड़ा इनपुट कर सकते हैं । हम किसी cell में डेटा रखने के बाद उसके अनुसार सेल को छोटा बड़ा कर सकते हैं । विधि इस प्रकार है 
1. वह cell , जिसकी चौड़ाई बदलनी है , उसे सिलेक्ट करें । 
2. Format मेन्यू में कॉलम पर क्लिक करें । 
3. कॉलम सब - मेन्यू में Width ... पर क्लिक करें ।
4. Column width में उतनी चौड़ाई टाइप करें जितनी कॉलम में अक्षर रखने के लिए आवश्यक समझते हैं । 
5. अब OK बटन दबाएँ ।

Changing column width by mouse (माउस द्वारा collumn width बदलना):-

कॉलम की चौड़ाई बदलना बहुत ही आसान है । विधि इस प्रकार है 
1. कॉलम हेडिंग के दाईं ओर के मार्जिन को माउस द्वारा point कर लेते हैं । इसके परिणामस्वरूप पॉइंटर दो मुँह वाले तीर की तरह दिखने लगता है । 
2. माउस द्वारा इस तीर रूपी पॉइंटर को जितना कॉलम आगे या पीछे ले जाएँगे column width उतना ही बढ़ या घट जाएगी ।

Inserting Row or Column (Row या Column Insert करना):-

यदि हम वर्कशीट में सभी डेटा इनपुट कर चुके हैं , इसके बाद हमें यह ध्यान आता है कि कोई row या column टाइप होने से छूट गया है , तो उस row या column को बाद में भी उसके वांछित स्थान पर insert कर सकते हैं । Excel में किसी blank row या columm को insert करने की विधि इस प्रकार है-
  • Inserting Row (Row Insert करना):- 
1. उस row के नीचे पॉइंटर रखते हैं जिसके नीचे blank row चाहिए । यदि उदाहरण के लिए , row नंबर 9 के बाद रिक्त स्थान चाहते हैं तो row नंबर 10 पर पॉइंटर रखते हैं । 
2. यदि एक से अधिक row बढ़ाना चाहते हैं , तब नीचे की ओर उतनी row सिलेक्ट कर लेते हैं । 
3. अब उस स्थान पर वांछित blank row आ जाती हैं और नीचे के सभी डेटा उतने - उतने एक - एक स्थान नीचे होते जाते हैं।
  • Insert Column(Column Insert करना):-
जिस प्रकार row insert करते हैं , उसी प्रकार column भी insert कर सकते हैं ।
1. जिस कॉलम से दाहिनी ओर वाला blank कॉलम चाहते हैं , उसके आगे पॉइंटर रखते हैं । उदाहरण के लिए , यदि हम कॉलम D के बाद E पर कॉलम insert करना चाहते हैं तो E पर पॉइंटर रखेंगे । 
2. यदि एक से अधिक column चाहते हैं तो जितने blank कॉलम चाहिए , दाहिनी ओर उतने ही कॉलम सिलेक्ट कर लेते हैं ।
3. Insert मेन्यू पर क्लिक करते हैं ।
4. Column विकल्प पर क्लिक करते हैं । इस तरह blank कॉलम insert हो जाते हैं ।

Copy cell (Cell को कॉपी करना ):-

1. उन cells को सिलेक्ट करते हैं जिन्हें कॉपी करके दूसरे स्थान पर ले जाना चाहते हैं ।
2. ब्लॉक किए गए cell के बॉर्डर पर क्लिक करते हैं , तब माउस का पॉइंटर प्लस (+) से बदलकर तीर ( -- ) का रूप ले लेता है । 
3. उन सभी cells को , जिनके contents हम एक से दूसरे स्थान पर कॉपी करना चाहते हैं , एक कोने से माउस द्वारा पकड़कर सामने वाले कोने तक खींचकर ले जाते हैं तो वे सभी cells सिलेक्ट हो जाते हैं । 
4. एक हाथ से Ctrl key दबाते हैं और दूसरे हाथ से माउस द्वारा सिलेक्ट किए गए cell वाले बॉक्स को खींचकर उस स्थान पर ले जाते हैं , जहाँ cells के contents रखना चाहते हैं । इस तरह cells के contents कॉपी होकर दूसरी जगह भी आ जाते हैं ।

Moving cells (Cell को मूव करना):-

1. उन cells को सिलेक्ट करते हैं , जिन्हें मूव करके दूसरे स्थान पर ले जाना है । 
2. ब्लॉक किए गए cell के बॉर्डर पर क्लिक करते हैं तो माउस का पॉइंटर प्लस ( + ) से बदलकर तीर ( - ) का रूप ले लेता है । 
3 . वे सभी cells जिनके contents एक से दूसरे स्थान पर कॉपी करना चाहते हैं , उनको माउस द्वारा एक कोने से पकड़कर सामने वाले कोने तक ड्रैग करके ले जाते हैं तो वे सभी cells सिलेक्ट हो जाते हैं । 
4. माउस की सहायता से सिलेक्ट किए गए cells के बॉक्स को उस स्थान तक ड्रैग करके ले जाते हैं , जहाँ इन्हें move करना चाहते हैं । इस तरह सिलेक्ट किए गए cell के contents वर्कशीट्स में दूसरे स्थान पर मूव किए जा सकते हैं ।

Workbook और Worksheet के बीच कॉपी (Copy between workbook and worksheet):-

एक वर्कबुक में एक जैसे कार्य करने से संबंधित अनेक वर्कशीट होती हैं । इनके बीच फाइलों को कॉपी करने की विधि निम्न प्रकार है

एक से दूसरी वर्कशीट में कॉपी करना :-

Excel में किसी एक वर्कशीट ntents को यदि दूसरी वर्कशीट में कॉपी करना चाहते हो तो
1. वह range सलेक्ट करे, जिसे copy करना हैं ।
2. चुने गए range वाले बॉक्स  पर click करे।
3. एक हाथ से Ctrl एवं Alt ' की ' दबाएँ और दूसरे हाथ से माउस द्वारा उस बॉक्स को पकड़कर drag करते हुए उस वर्कशीट के टैब पर ले जाकर छोड़ें । अब पहली वर्कशीट की चुनी गई range कॉपी होकर दूसरी वर्कशीट में पहुंच जाएगी ।

एक से दूसरी वर्कबुक में कॉपी:-

जब हम एक वर्कबुक के अंतर्गत किसी वर्कशीट में काम कर रहे होते हैं और उसके contents किसी दूसरी वर्कबुक में रखी वर्कशीट में कॉपी करना चाहते हैं तो निम्न स्टेप लेते हैं -
1. वर्कशीट में वह रेंज सिलेक्ट करें , जिसे दूसरी वर्कबुक में कॉपी करना चाहते हैं । 
2. जो रेंज अभी सिलेक्ट की है , उसके पूरे बॉक्स को क्लिक करें।
3. एक हाथ से Ctrl ' की ' दबाकर रखें और दूसरे हाथ से माउस द्वारा बॉक्स को drag करके उस वर्कशीट पर ले जाकर छोड़ें , जिसमें कॉपी करना है ।

Excel वर्कशीट को कैसे Save करें ?(How to save an Excel worksheet?):-

यदि हम अपनी वर्कशीट को पहले save कर चुके हैं तो Ctrl + S दबाकर पुनः save कर सकते हैं , परंतु यदि वर्कशीट को पहली बार save करने जा रहे हैं तो इसके लिए 
1. File मेन्यू पर क्लिक करें । 
2. Save as विकल्प को चुनें , तब Save as का डायलॉग बॉक्स स्क्रीन पर दिखाई देता है ।
3. Save in वाले बॉक्स में वह ड्राइव और फोल्डर दिखाया जाता है , जिसमें अभी फाइल save होने के लिए तैयार है । जब किसी दूसरी ड्राइव और फोल्डर में अपनी वर्कशीट save करके रखना चाहें , तब Save in के सामने बॉक्स में उसे सिलेक्ट कर लें । 
4. Tab दबाकर File name वाले बॉक्स में आ जाएँ और फिर अपनी वर्कशीट फाइल के लिए कोई ऐसा उपयुक्त , छोटा सा नाम टाइप कर दें , जिसे याद रख सकें और अनेक फाइलों के बीच अपनी वर्कशीट फाइल को पहचान सकें । 
5. Save as type वाले बॉक्स में Microsoft Excel workbook को ही हाईलाइट रखें । 
6. Save बटन पर माउस द्वारा क्लिक करते हैं । इस तरह वर्कशीट एक फाइल के रूप में डिस्क पर Save हो जाती है , जिससे फाइल को दोबारा कभी भी खोलकर प्रयोग किया जा सकता है । 



टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

Recovery technique in dbms । रिकवरी। recovery in hindi

 आज हम Recovery facilities in DBMS (रिकवरी)   के बारे मे जानेगे रिकवरी क्या होता है? और ये रिकवरी कितने प्रकार की होती है? तो चलिए शुरु करतेे हैं- Recovery in hindi( रिकवरी) :- यदि किसी सिस्टम का Data Base क्रैश हो जाये तो उस Data को पुनः उसी रूप में वापस लाने अर्थात् उसे restore करने को ही रिकवरी कहा जाता है ।  recovery technique(रिकवरी तकनीक):- यदि Data Base पुनः पुरानी स्थिति में ना आए तो आखिर में जिस स्थिति में भी आए उसे उसी स्थिति में restore किया जाता है । अतः रिकवरी का प्रयोग Data Base को पुनः पूर्व की स्थिति में लाने के लिये किया जाता है ताकि Data Base की सामान्य कार्यविधि बनी रहे ।  डेटा की रिकवरी करने के लिये यह आवश्यक है कि DBA के द्वारा समूह समय पर नया Data आने पर तुरन्त उसका Backup लेना चाहिए , तथा अपने Backup को समय - समय पर update करते रहना चाहिए । यह बैकअप DBA ( database administrator ) के द्वारा लगातार लिया जाना चाहिए तथा Data Base क्रैश होने पर इसे क्रमानुसार पुनः रिस्टोर कर देना चाहिए Types of recovery (  रिकवरी के प्रकार ):- 1. Log Based Recovery 2. Shadow pag

window accessories kya hai

  आज हम  computer in hindi  मे window accessories kya hai (एसेसरीज क्या है)   -   Ms-windows tutorial in hindi   के बारे में जानकारी देगे क्या होती है तो चलिए शुरु करते हैं- window accessories kya hai (एसेसरीज क्या है)  :- Microsoft Windows  कुछ विशेष कार्यों के लिए छोटे - छोटे प्रोग्राम प्रदान करता है इन्हें विण्डो एप्लेट्स ( Window Applets ) कहा जाता है । उनमें से कुछ प्रोग्राम उन ( Gadgets ) गेजेट्स की तरह के हो सकते हैं जिन्हें हम अपनी टेबल पर रखे हुए रहते हैं । कुछ प्रोग्राम पूर्ण अनुप्रयोग प्रोग्रामों का सीमित संस्करण होते हैं । Windows में ये प्रोग्राम Accessories Group में से प्राप्त किये जा सकते हैं । Accessories में उपलब्ध मुख्य प्रोग्रामों को काम में लेकर हम अत्यन्त महत्त्वपूर्ण कार्यों को सम्पन्न कर सकते हैं ।  structure of window accessories:- Start → Program Accessories पर click Types of accessories in hindi:- ( 1 ) Entertainment :-   Windows Accessories  के Entertainment Group Media Player , Sound Recorder , CD Player a Windows Media Player आदि प्रोग्राम्स उपलब्ध होते है