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Process model in hindi

 आज हम computers in hindi मे process model in hindi - e commerce in hindi के बारे में जानकारी देगे क्या होती है तो चलिए शुरु करते हैं-

process model in hindi:-

Process model एक प्रकार का मॉडल होता है जिसे किसी विशेष प्रकार के कार्य के लिए बनाया जाता है । किसी कार्य को step by step करने के लिए उसे एक process form में ढाला जाता है । व्यापार में कई निश्चित कार्यों को पूर्ण करने के लिए उनके मॉडल बनाने के आवश्यकता होती है , इन कार्यों को करने के लिए उसके process model का उपयोग किया जाता है , जिसके द्वारा किसी कार्य को step by step से किया जाता है । 

Mercantile Process Model (वाणिज्यिक प्रक्रिया मॉडल ):- 

Mercantile Process से मतलब consumer and commerce में परस्पर ऑन लाइन कामर्स संबंधी आदान - प्रदान से है । वस्तुओं के क्रय विक्रय के लिये Mercantile Process Model मॉडल की आवश्यकता होती है । यह consumer की सुविधा के लिए है क्योंकि एक साधारण consumer नयी business process को आसानी से समझ नहीं सकता है । 

Types of Mercantile Process Model in hindi:-

1. उपभोक्ता की दृष्टि से वाणिज्यिक प्रक्रिया मॉडल 
2. व्यवसायी की दृष्टि से वाणिज्यिक प्रक्रिया मॉडल

1. उपभोक्ता की दृष्टि से वाणिज्यिक प्रक्रिया मॉडल ( Mercantile Process Models for Consumers Perspective ):-

ऑनलाईन खरीदारी करने वाले उपभोक्ता की यह अपेक्षा रहती है कि उसे वस्तु उच्च किस्म की , बाज़ार से कम मूल्य पर तथा आसानी से व कम से कम समय में प्राप्त हो सके । इन अपेक्षाओं की पूर्ति के लिये commercial process model को आवश्यकता होती है । 

Types of Mercantile Process Models for Consumers Perspective:-

• purchase से पहले की स्थिति 
• purchase उपभोग की स्थिति 
• purchase के बाद की स्थिति 

• purchase से पहले की स्थिति :-

ई - कॉमर्स के द्वारा customer कोई भी वस्तु किसी भी कंपनी से कहीं से भी purchase कर सकता है तथा customer द्वारा purchase की जाने वाली वस्तु / सेवा के संबंध में अधिक से अधिक जानकारी जुटाता है , इसके लिए वह अपनी इच्छानुसार सेवाएँ भी ले सकता है , जो इसे purchase से पूर्व आवश्यक जानकारियाँ उपलब्ध करा सकते हैं ।

• purchase उपभोग की स्थिति :-

purchase की जाने वाली वस्तु के चयन के पश्चात् वस्तु का सौदा करने के लिये buyer एवं seller विचार करते हैं । जैसे - वस्तु का मूल्य , उपलब्धता , सुपुर्दगी की शर्ते , भुगतान का तरीका आदि ।

• purchase के पश्चात् की स्थिति:-

 वस्तु की customer को देने के पश्चात् समय - समय पर customer की वस्तु संबंधी शिकायतों को सुनना , वस्तु खराब होने पर उसे ठीक करना अथवा लौटाना ( जो भी purchase की शर्तों में प्रावधान है ) कई कंपनियाँ यह भी घोषणा करती है ।

2. वाणिज्यिक मॉडल व्यापारी की दृष्टि से ( Mercantile Models for Merchant's Perspective ):-

customer को सेवा प्रदान करने के लिए व्यापारी के द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं का एक सेट तैयार किया जाता है और उसी आधार पर न्यूनतम लागत पर customer को सभी सेवाएँ सुविधाएँ दी जाती हैं । 
Types of Mercantile Models for Merchant's Perspective :-
• sales से पहले की स्थिति 
• sales के समय की स्थिति 
• sales के बाद की स्थिति 

• sales से पहले की स्थिति :-

इसमें sales से पूर्व की सभी गतिविधियाँ सम्मिलित होती हैं । sales के लिए order प्राप्त होने से पूर्व sales की योजना बनाई जाती है , विभिन्न माध्यमों से विज्ञापन किया जाता है तथा customer को वस्तु की जानकारी विभिन्न माध्यमों से उपलब्ध करायी जाती है । उसके बाद वस्तु के मूल्य का निर्धारण किया जाता है ।

• sales के समय की स्थिति :-

सर्वप्रथम customer से sales command प्राप्त किया जाता है तथा उसकी Entry की जाती है । प्राप्त commands का क्रम निर्धारित किया जाता है । पहले delivery किसे भेजनी है और बाद में delivery किसे देनी है , यह निश्चित किया जाता है । स्वीकृत commands की पूर्ति के लिये delivery भिजवायी जाती है । बिल बनाने और भुगतान प्राप्ति का कार्य सबसे अंत में किया जाता है।

• sales के बाद की स्थिति :-

sales के बाद सेवाओं से ग्राहक को संतुष्टि मिलती है तथा दीर्घकाल तक भविष्य में लाभदायकता पर इसका प्रभाव पड़ता है । इसमें ग्राहकों को दी जाने वाली सेवाओं एवं सुविधाओं को सम्मिलित किया जाता है जैसे कि आवश्यकतानुसार उत्पाद को स्थापित करना , उसके परिचालन का प्रदर्शन करना , आवश्यकता होने पर मरम्मत ‘ एवं रख - रखाव करना आदि ।




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