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what is switching methods in hindi

 आज हम computers in hindi मे what is switching methods in hindi - computer network in hindi के बारे में जानकारी देगे क्या होती है तो चलिए शुरु करते हैं-

switching in hindi:-

स्विचिंग ( Switching ) एक मेथड ( Method ) है , जिसमें Communicate करने वाले Devices एक दूसरे से आसानी से जुड़े होते हैं और Switch एक हार्डवेयर या सॉफ्टवेयर होता है , जो डिवाइसेस ( Devices ) को अस्थायी तौर पर लिंक ( Link ) करता है । 
अन्य शब्दों में यह कहा जा सकता है कि स्विचिंग एक क्रिया है जिसमें एक टेलीकम्यूनिकेटिंग डिवाइस जिसे स्विच कहा जाता है , के माध्यम से कम्यूनिकेशन किया जाता है । इस क्रिया में स्विच किसी एक डिवाइस से संदेश ग्रहण करता है तथा उस सन्देश को उसके गन्तव्य तक पहुंचा देते हैं । 

types of switching methods (techniques) in hindi:-

1. Packet Switching in hindi( पैकेट स्विचिंग)

2. Circuit Switching in hindi ( सर्किट स्विचिंग)

1. Packet Switching in hindi( पैकेट स्विचिंग):-

पैकेट स्विचिंग ( Packet switching ) , मैसेज स्विचिंग ( Message switching ) के समान होती है , जिसमें डेटा को ब्लॉक्स ( Blocks ) के रूप में Transmit किया जाता है । डेटा ब्लॉक ( Data block ) को नेटवर्क में पहले राउटर ( Router ) द्वारा बफर ( Buffer ) किया जाता है और जब तक डेटा अपने डेस्टिनेशन ( Destination ) तक नहीं पहुँच पाता , तब तक उन्हें अगले राउटर ( Router ) को फॉरवर्ड ( Forward ) कर दिया जाता है । पैकेट स्विचिंग में डेटा के ब्लॉक साइज ( Block size ) की अधिकतम सीमा सीमित ( Limit ) होती है । और यह संदेश को डिस्क ( Disk ) की बजाय मेन मैमोरी ( Main memory ) में अस्थायी तौर ( Temprory ) पर संग्रहित ( Store ) होने की अनुमति प्रदान करता है ।

2. Circuit Switching in hindi ( सर्किट स्विचिंग):-

सर्किट स्विचिंग ( Circuit switching ) एक कम्यूनिकेशन तकनीक ( Communication technique ) है । 
सर्किट स्विचिंग ( Circuit switching ) में दो कम्प्यूटर्स या टेलीफोन के बीच एक डेडीकेटड पाथ ( Dedicated path ) स्थापित ( Create ) होता है और तब तक रहता है जब तक कि किसी डिवाइस ( Device ) के द्वारा सेशन को ( Terminate ) नहीं किया जाता है । 
इसमें एक ही फिजीकल पाथ ( Physical path ) से होकर ट्रान्समिशन ( Transmission ) की प्रत्येक यूनिट ( Unit ) , जैसे - फ्रेम ( Frame ) ट्रांस्मिट ( Transmit ) होता है।
टेलीफोन सिस्टम , सर्किट स्विचिंग ( Circuit switching ) का प्रयोग करता है । टेलीफोन सिस्टम में एक डेडिकेटेड पाथ ( Dedicated path ) स्थापित ( Create ) होता है और तब तक रहता है जब तक टेलीफोन पर बात कर रहे दो व्यक्तियों में से कोई एक व्यक्ति सेशन को टर्मिनेट ( Terminate ) नहीं कर देता स्थापित कनेक्शन एक फिजीकल सर्किट ( Physical circuit ) होता है । जब टेलीफोनों के द्वारा सेशन ( Session ) को टर्मिनेट ( Terminate ) किया जाता है तो फिजीकल सर्किट ( Physical circuit ) और सम्बन्धित रिसैसेज ( Related resources ) को मुक्त ( Free ) कर दिया जाता है और वे अगले कॉल ( Call ) के लिए उपलब्ध करा दिये जाते हैं । ISDN और स्विचिड 56 ( Switched 56 ) , लीज्ड लाइन्स ( Leased lines ) , सर्किट स्विचिंग ट्रान्समिशन फैसिलिटी ( Circuit switching  transmission facility ) के उदाहरण हैं ।

comparison between packet switching and circuit switching:-

1. समर्पित लिंग :-

इसमें कोई समर्पित इसमें समर्पित लिंग होता है जबकि लिंक नहीं होता है । 

2. डेटा विभाजन:-

 इसके अन्तर्गत डेटा को यहां डेटा का विभाजन छोटे - छोटे भागों में किया जाता है , जिसे पैकेट कहा जाता है । जबकि यहा डेटा विभाजित किया जाता को लगातार क्रम में रखा जाता है।

3. लिंक शेयरिंग :-

एक से अधिक कम्यूनकेशन पर यात्रा करने वाले पैकेट नेटवर्क लिंक को को आपस में share करते हैं ।  जबकि इसके अन्तर्गत अलग अलग session के लिए अलग - अलग लिंक होते हैं , कोई sharing नहीं की जाती है ।

4. स्थानान्तरण समय:-

 अलग - अलग डेटा पैकेट length कारण पैकेट स्थानान्तरण में अलग- अलग समय लगता है । जबकि  इसके अन्तर्गत bit delay constant होता है अर्थात् पैकेट स्थानान्तरण में एक जैसे समय लगता है ।

5 . अतिरिक्त भार :-

इसके अन्तर्गत प्रत्येक ( overhead ) पैकेट के साथ अतिरिक्त भार ( overhead ) जुड़ा होता है । जबकि यहां कोई अतिरिक्त भार ( overhead ) नहीं जुड़ा होता है ।

6 .बैण्डविड्थ का प्रयोग:-

 इसके अन्तर्गत बैण्डविड्थ का अधिकतम इस्तेमाल होता है।
 जबकि इसके अन्तर्गत बैण्डविड्थ का exclusive प्रयोग होता है ।

7 . ट्रांस्मिशन कॉस्ट  ( कीमत ) :-

इसके अन्तर्गत डेटा को ट्रांस्मिट करने की कीमत कम होती है। जबकि इसके अन्तर्गत डेटा को ट्रांस्मिट करने की कीमत अधिक होती है ।

8 . सर्विस की गुणवत्ता:-

 इसके अन्तर्गत सर्विस की गुणवत्ता ( quality ) अधिक अच्छी नहीं होती है । इसमें सूचना के खराब होने का डर अधिक होता है ।जबकि इसके अन्तर्गत डेटा को ट्रांस्मिट करने की कीमत अधिक होती है ।



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