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javascript function in hindi

आज हम javascript full course in hindi मे हम javascript function in hindi के बारे में जानकारी देते क्या होती है तो चलिए शुरु करते हैं- 

javascript function in hindi:-

कोई भी फंक्शन प्रोग्राम का एक ऐसा भाग होता है जो एक निश्चित और defined कार्य करता है । work efficiency के objective से problem को छोटे - छोटे भागों में divide कर लिया जाता है । प्रत्येक भाग के लिये एक फंक्शन लिखा जाता है । वास्तव में फंक्शन एक बड़ी problem  को हल करने के लिये प्रोग्राम के छोटे भाग हैं ।

Types of javascript function in hindi:-

1. प्रीडिफाइंड फंक्शन्स ( predefined functions ) और
2. प्रयुक्तकर्ता डिफाइंड फंक्शन्स ( user defined functions ) । 
आवश्यकतानुसार इनका चुनाव किया जाता है और समस्या का हल प्राप्त किया जाता है । प्रीडिफाइंड या लाइब्रेरी फंक्शन कम्प्यूटर भाषा में pre built function होते हैं जिन्हें हम तैयार नहीं करते हैं ; ये भाषा के कम्पाइलर या इंटरप्रेटर में पहले से store होते हैं । इन्हें हम अपने प्रोग्राम में कॉल ( call ) करते हैं और अपनी आवश्यकतानुसार परिणाम प्राप्त करते हैं । जैसे Math.pow ( ) फंक्शन एक predefined functions है इसमें हम दो संख्याएँ देते हैं जिससे यह पहली संख्या पर दूसरी संख्या की घात लगाकर गणना करता है और परिणाम देता है । यहाँ हमें एक संख्या पर दूसरी संख्या की घात लगाकर उसकी गणना करने के लिये जावास्क्रिप्ट भाषा में कथन लिखने की आवश्यकता नहीं होती है । अतः predefined functions सीधे प्रयोग होते हैं जिनके pre-made statement होते हैं । जबकि user defined functions वे फंक्शन होते हैं जिन्हें प्रोग्रामर स्वयं अपनी आवश्यकतानुसार statement को लिखकर तैयार करता है।

Benefits of using javascript function in hindi :-

 जावास्क्रिप्ट भाषा में statements की repetition से बचने के लिए फंक्शनों का अत्यधिक महत्व है । जब एक ही प्रकार की क्रिया प्रोग्राम में अलग - अलग स्थान पर किया जाये तो प्रोग्रामर को एक ही प्रकार के statements का समूह कई बार लिखने की आवश्यकता पड़ती है ।

User Defined javascript function in hindi:- 

JAVASCRIPT प्रोग्राम में user द्वारा तैयार किये गये Subprogram , User Defined Function कहलाते हैं ।
format:-
 function < फंक्शन का नाम > ( आर्ग्यूमेंट ) 
      स्क्रिप्ट स्टेटमेन्ट 
      स्क्रिप्ट स्टेटमेन्ट
      स्क्रिप्ट स्टेटमेन्ट 
      ....
     return [ वेरियेबल का नाम ] ;
}
Note:- फंक्शन में जब स्वयं के variable defined किये जाते हैं उन्हें लोकल वेरियेबल ( local variable ) कहते हैं । लोकल वेरियेबल हैं- celsius और fah । लोकल वेरियेबल प्रयोग करने का लाभ यह है कि ये फंक्शन के execution के उपरान्त मेमोरी से समाप्त हो जाते हैं जिससे मेमोरी में स्थान रिक्त हो जाता है जहाँ हम अन्य मान store कर सकते हैं।

Calling the function in hindi:- 

मुख्य स्क्रिप्ट या फॉर्म से फंक्शन को execute करने के लिये इसके नाम का प्रयोग किया जाता है । फंक्शन नेम के बाद छोटे कोष्ठकों में पैरामीटरों को comma लिखा जाता है । format:-
फंक्शन नेम ( आर्ग्यूमेन्ट -1 , आर्ग्यूमेन्ट -2 , .. ) ; 
फंक्शन add ( ) को कॉल करने का तरीका
 add ( this.form ) ; this.form मुख्य प्रोग्राम का ऑब्जेक्ट है जिसका मान add फंक्शन में भेजा जा रहा है और ये भेजा जाने वाला ऑब्जेक्ट , पैरामीटर कहलाता है । इसका लाभ यह है कि इस फॉर्म ऑब्जेक्ट के सभी टैक्स्टबॉक्स , बटन आदि फंक्शन में उपलब्ध रहेंगे । add फंक्शन के implementation के समय n1 का मान a में और n2 का मान b में असाइन हो जायेगा । a और b फंक्शन की परिभाषा में declear उसके लोकल वेरियेबल हैं।

Rules for Function in hindi:-

( i ) function name के बाद छोटे कोष्ठकों का प्रयोग आवश्यक है चाहे उनमें पैरामीटर या आर्ग्यूमेन्ट उपस्थित न हों । convert ( ) ; में कोई आर्ग्यूमेन्ट नहीं है ।
( ii ) स्क्रिप्ट जो किसी फंक्शन को कॉल करती है calling script कहलाती है जबकि जिस फंक्शन को कॉल किया जा रहा है वह called function कहलाता है । 
( iii ) एक फंक्शन एक बार में केवल एक ही मान लौटा सकता है । 
( iv ) एक प्रोग्राम में एक या एक से अधिक फंक्शन हो सकते हैं । 

Parameters Passing in Functions :-

फंक्शन कॉल में ग्लोबल वेरियेबल का उपयोग कर आर्ग्यूमेन्ट use किये जा सकते हैं । कॉल्ड फंक्शन और कॉलिंग फंक्शन के मध्य contact करने के लिए पैरामीटर और रिटर्न Statement का प्रयोग किया जाता है । कॉल्ड फंक्शन में परिभाषित पैरामीटर formal या पैरामीटर कहलाते हैं जबकि कॉलिंग फंक्शन में परिभाषित पैरामीटर ऍक्चुअल पैरामीटर ( actual parameter ) कहलाते हैं ।

Scope Rules of Variables and Object :-

प्रोग्राम का वह क्षेत्र जहाँ वेरियेबल या ऑब्जेक्ट अस्तित्व में रहता है वेरियेबल का scope कहलाता है ।

1. Local Variable :-

उसी { और } के ब्लॉक में काम में लिया जा सकता है जिसमें इसे declare किया गया है । इन्हें ऑटोमेटिक वेरियेबल भी कहते हैं । 

2.Global Variables:-

 किसी एक निश्चित फंक्शन में declare नहीं किये जाते । ये प्रोग्राम के सभी फंक्शनों में उपलब्ध रहते हैं और काम में लिये जा सकते हैं । ग्लोबल वेरियेबल्स सभी फंक्शनों के { } के ब्लॉक के बाहर declare किये जाते हैं । ग्लोबल वेरियेबल को var स्टेटमेन्ट से declare करते हैं ।



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