सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

Featured Post

Instruction cycle in hindi - इंस्ट्रक्शन साइकिल क्या है

unix operating system in hindi - यूनिक्स ऑपरेटिंग सिस्टम क्या है

आज हम computer course in hindi मे हम unix operating system in hindi (यूनिक्स ऑपरेटिंग सिस्टम क्या है) के बारे में जानकारी देते क्या होती है तो चलिए शुरु करते हैं- 

unix operating system in hindi (यूनिक्स ऑपरेटिंग सिस्टम क्या है):-

unix kya hai (Working in unix in hindi):-

unix operating system में काम करने से पहले हमें UNIX सिस्टम में login करना पड़ता है और unix operating system में login करने के लिए प्रत्येक user का एक account और password होता है और प्रत्येक user का system administrator द्वारा create किया जाता है एवं साथ ही एक password भी assign किया जाता है । इससे पहले कि हम UNIX में login करना सीखें आइए , UNIX को install करने के लिए हार्डवेयर आवश्यक हैं ।

Hardware of Unix in hindi :-

unix operating system को install करने के लिए हार्डवेयर की आवश्यकता होती है 
1. हार्ड डिस्क में 80MB का Space । 
2 . कम से कम 4 MB की RAM | 
3 . PC / AT या इससे advanced structure का कम्प्यूटर । 
4. Host machine पर 4/8/6 Port Controller Card । 
5. प्रत्येक terminal के लिए host machine में 1 MB का disk space । 

Characteristic of Unix in hindi:-

1. मल्टीयूजर ( Multiuser ) 
2. मल्टीटास्किंग ( Multitasking ) 
3. सिक्यूरिटी ( Security )
4. कम्यूनिकेटिव ( communicative ) 
5. पॉर्टेबिलिटी ( Portability )

1. मल्टीयूजर ( Multiuser ) :-

unix operating system एक मल्टीयूजर ऑपरेटिंग सिस्टम है । अत : UNIX को किसी main computer पर established कर , उस कम्प्यूटर के resources को एक से अधिक यूजरों द्वारा terminal के माध्यम से एक्सेस किया जा सकता है । यहाँ resources का मतलब मेन कम्प्यूटर के हार्ड डिस्क , मेमोरी , प्रिंटर से हैं जबकि terminal का मतलब की - बोर्ड और मॉनिटर से है , जो user के लिए इनपुट और आउटपुट डिवाइस का कार्य करते हैं । मल्टीयूजर सिस्टम में मेन - कम्प्यूटर  पर UNIX established होता है को Host machine या Server या Console कहते हैं । Host machine के controller में जितने ports होते हैं उतने ही terminal को host machine से जोड़ा जा सकता है। 
टरमिनल कई प्रकार के होते हैं । जैसे Dumb terminal , Smart terminal इत्यादि । Dumb Terminal वह होता है , जिसका अपना प्रोसेसर , मेमोरी और डिस्क नहीं होता है । Dumb Terminal में केवल एक की बोर्ड और एक मॉनिटर ही होता है । Dumb Terminal को केवल Host machine से जोड़कर ही कार्य किया जा सकता है और Smart terminal वह होता है जिसका अपना प्रोसेसर , मेमोरी और डिस्क होता है । परन्तु Dumb Terminal के जैसे ही Smart terminal भी अपने प्रोसेसिंग जॉब्स को Host machine को भेज देता है।

2. मल्टीटास्किंग ( Multitasking ) :-

यह unix operating system , मल्टीटास्किंग का Support करता है ।  यह एक साथ एक से अधिक टास्क को कर सकती है । यह user के द्वारा दिए गए टास्क को अपने foreground और background में execute करती है । user के टास्क को execute करने के लिए ( CPU ) के टाइम को scheduler द्वारा टाइम - स्लाइस में divided किया जाता है तथा प्रत्येक user के टास्क की priority के अनुसार time - slice provide किया जाता है । 
MS - DOS द्वारा भी मल्टीटास्किंग किया जाता है परन्तु इसमें Serial Multitasking होती है । Serial Multitasking का मतलब यह है कि एक टास्क के execution को अस्थायी रूप से रोककर दूसरे टास्क को execution करना । अतः MS - DOS में एक समय में केवल ही टास्क रन कर सकता है ।

3. सिक्यूरिटी ( Security ):-

unix operating system एक मल्टीयूजर ऑपरेटिंग सिस्टम होने के कारण डेटा और प्रोग्राम की sharing करती है । जहाँ भी डेटा की Support होती है वहाँ डेटा की protection एक महत्त्वपूर्ण होती है । UNIX में डेटा को unauthorised user के access से बचाने के लिए प्रत्येक user का एक login और password एकाउन्ट होता है जिसकी जानकारी के बिना कोई भी user UNIX सिस्टम में enter नहीं कर सकता है । इसके प्रत्येक फाइल के read , write और execute permission होते हैं कि कौन user किस फाइल पर किस प्रकार का ऑपरेशन कर सकता है ।

4. कम्यूनिकेटिव ( communicative ) :-

मल्टीयूजर ऑपरेटिंग सिस्टम होने के कारण UNIX यूजरों को एक दूसरे से commnication करने की सुविधा provide करता है । यूजर अपने बीच एक नेटवर्क में आसानी से mail , data और program का आदान - प्रदान कर सकते हैं ।
5. पॉर्टेबिलिटी ( Portability ):-
UNIX के लोकप्रिय होने का सबसे प्रमुख कारण यह है कि इसे किसी भी कम्पनी के द्वारा बनाए गए कम्प्यूटर पर install किया जा सकता है तथा इसमें लिये गए प्रोग्राम भी किसी भी कम्प्यूटर पर रन कर सकते हैं और इसकी एक वजह यह है कि UNIX को ' C ' नामक हाई - लेवल लैंग्वेज में विकसित किया गया है । 

How to login in Unix in hindi:-

UNIX सिस्टम पर एक्सेस करने की process को log in कहते हैं । UNIX सिस्टम में login करने के लिए आपके पास एक valid user account होना चाहिए एवं आपको अपने passpword की जानकारी होनी चाहिए । आपका  account system Administrator द्वारा create किया जाता है । जब आप UNIX सिस्टम में login करने के लिए CPU को ऑन ( ON ) करेंगे या terminal के माध्यम से login करना चाहेंगे तो आपके कम्प्यूटर स्क्रीन पर कुछ इस तरह का message show होगा 
TCTE UNIX Computer 
login : 
 यह message UNIX के installation के पहली लाइन पर निर्भर करता है । इस message के reply में आप अपना user name टाइप कर RETURN key दबाएँ । जब आप अपना user name टाइप कर RETURN ' की ' अर्थात् ENTER ' की ' दबाएँगे तो UNIX आपको अपना password input करने के लिए एक message show करेगा ।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

ms excel functions in hindi

  आज हम  computer in hindi  मे ms excel functions in hindi(एमएस एक्सेल में फंक्शन क्या है)   -   Ms-excel tutorial in hindi   के बारे में जानकारी देगे क्या होती है तो चलिए शुरु करते हैं- ms excel functions in hindi (एमएस एक्सेल में फंक्शन क्या है):- वर्कशीट में लिखी हुई संख्याओं पर फॉर्मूलों की सहायता से विभिन्न प्रकार की गणनाएँ की जा सकती हैं , जैसे — जोड़ना , घटाना , गुणा करना , भाग देना आदि । Function Excel में पहले से तैयार ऐसे फॉर्मूले हैं जिनकी सहायता से हम जटिल व लम्बी गणनाएँ आसानी से कर सकते हैं । Cell Reference में हमने यह समझा था कि फॉर्मूलों में हम जिन cells को काम में लेना चाहते हैं उनमें लिखी वास्तविक संख्या की जगह सरलता के लिए हम उन सैलों के Address की रेन्ज का उपयोग करते हैं । अत : सैल एड्रेस की रेन्ज के बारे में भी जानकारी होना आवश्यक होता है । सैल एड्रेस से आशय सैल के एक समूह या श्रृंखला से है । यदि हम किसी गणना के लिए B1 से लेकर  F1  सैल को काम में लेना चाहते हैं तो इसके लिए हम सैल B1 , C1 , D1 , E1 व FI को टाइप करें या इसे सैल Address की श्रेणी के रूप में B1:F1 टाइ

window accessories kya hai

  आज हम  computer in hindi  मे window accessories kya hai (एसेसरीज क्या है)   -   Ms-windows tutorial in hindi   के बारे में जानकारी देगे क्या होती है तो चलिए शुरु करते हैं- window accessories kya hai (एसेसरीज क्या है)  :- Microsoft Windows  कुछ विशेष कार्यों के लिए छोटे - छोटे प्रोग्राम प्रदान करता है इन्हें विण्डो एप्लेट्स ( Window Applets ) कहा जाता है । उनमें से कुछ प्रोग्राम उन ( Gadgets ) गेजेट्स की तरह के हो सकते हैं जिन्हें हम अपनी टेबल पर रखे हुए रहते हैं । कुछ प्रोग्राम पूर्ण अनुप्रयोग प्रोग्रामों का सीमित संस्करण होते हैं । Windows में ये प्रोग्राम Accessories Group में से प्राप्त किये जा सकते हैं । Accessories में उपलब्ध मुख्य प्रोग्रामों को काम में लेकर हम अत्यन्त महत्त्वपूर्ण कार्यों को सम्पन्न कर सकते हैं ।  structure of window accessories:- Start → Program Accessories पर click Types of accessories in hindi:- ( 1 ) Entertainment :-   Windows Accessories  के Entertainment Group Media Player , Sound Recorder , CD Player a Windows Media Player आदि प्रोग्राम्स उपलब्ध होते है

report in ms access in hindi - रिपोर्ट क्या है

  आज हम  computers in hindi  मे  report in ms access in hindi (रिपोर्ट क्या है)  - ms access in hindi  के बारे में जानकारी देगे क्या होती है तो चलिए शुरु करते हैं-  report in ms access in hindi (रिपोर्ट क्या है):- Create Reportin MS - Access - MS - Access database Table के आँकड़ों को प्रिन्ट कराने के लिए उत्तम तरीका होता है , जिसे Report कहते हैं । प्रिन्ट निकालने से पहले हम उसका प्रिव्यू भी देख सकते हैं ।  MS - Access में बनने वाली रिपोर्ट की मुख्य विशेषताएँ :- 1. रिपोर्ट के लिए कई प्रकार के डिजाइन प्रयुक्त किए जाते हैं ।  2. हैडर - फुटर प्रत्येक Page के लिए बनते हैं ।  3. User स्वयं रिपोर्ट को Design करना चाहे तो डिजाइन रिपोर्ट नामक विकल्प है ।  4. पेपर साइज और Page Setting की अच्छी सुविधा मिलती है ।  5. रिपोर्ट को प्रिन्ट करने से पहले उसका प्रिन्ट प्रिव्यू देख सकते हैं ।  6. रिपोर्ट को तैयार करने में एक से अधिक टेबलों का प्रयोग किया जा सकता है ।  7. रिपोर्ट को सेव भी किया जा सकता है अत : बनाई गई रिपोर्ट को बाद में भी काम में ले सकते हैं ।  8. रिपोर्ट बन जाने के बाद उसका डिजाइन बदल