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Kernel Approach

  आज हम computer course in hindi मे हम Kernel Approach ( कर्नल क्या हैं?) के बारे में बताएगें तो चलिए शुरु करते हैं-

Kernel Approach:-

इस Kernel Approach में ऑपरेटिंग सिस्टम को दो अलग - अलग भागों में बांटकर डिजाइन को और develop  किया जाता है । अर्थात् Kernel Approach द्वारा बनाया गया ऑपरेटिंग सिस्टम दो अलग - अलग भागों का बना होता है । एक भाग को कर्नल ( Kernel ) कहा जाता है तथा दूसरे भाग System Programs यह Kernel ऑपरेटिंग सिस्टम का वह भाग है जो हार्डवेयर सिस्टम से interface established करता है । 

Kernel के प्रमुख कार्य होते हैं 

1. processes को क्रिएट तथा डिलीट करने का mechanism प्रदान करना तथा Processor scheduling , memory management तथा I / O Management करना ।

2. प्रोसेसेस को synchronize करने का mechanism प्रदान करना तथा इस Interprocess Communication के लिए mechanism प्रदान करना । UNIX ऑपरेटिंग सिस्टम Kernel Approach पर आधारित है । UNIX ऑपरेटिंग सिस्टम अलग - अलग भागों से बना हुआ है- Kernel और System Programs है ।

 Kernel ,  System Programs और Hardware के मध्य में exist है । Kernel System Calls के माध्यम से File system Process Scheduling और Memory Mangement तथा ऑपरेटिंग सिस्टम के अन्य functions को edited करता है । UNIX ऑपरेटिंग सिस्टम काफी अधिक संख्या में System Calls का भी support करता है तथा सिस्टम कॉल्स , Kernel के services का प्रयोग करते हैं ।


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