सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

Data in hindi : डेटा - DBMS in hindi

 आज हम computers in hindi मे  Data in hindi - DBMS in hindi के बारे में जानकारी देगे क्या होती है तो चलिए शुरु करते हैं-

what is data in hindi (डाटा क्या है?) :-

इस डेटा में ऐसे , facts है जिनको storage या record किया जाता है और जिनका अर्थ स्पष्ट होता है । इसे उदाहरण के लिए हम छात्रों का एक डेटाबेस बनाना चाहते हैं और तब डेटा में निम्न facts जैसे नाम , पता , क्लास , विषय , रोल नम्बर etc शामिल होंगे , अर्थात डेटा ऐसे facts हैं और जिनके द्वारा डेटाबेस का निर्माण होता है । अब यदि हम छात्रों के फोटोग्राफ्स भी डेटाबेस में storage करना चाहते हैं हम तो यह एक नये प्रकार का facts है , लेकिन यह भी डेटाबेस में डेटा के रूप में storage हो सकता हैं।

definition of data in hindi:-

 डेटा में facts और taxt एवं graphics व Images , sound व video Segments इत्यादि जो user के वातावरण में उपयोगी होते हैं , इसको शामिल किया जाता है ।

Data and Information in hindi (डेटा और इन्फारमेशन) :-

इसमे डेटा तथा इन्फारमेशन दोनों में बहुत अधिक समानता होती है । ये दोनों एक - दूसरे की जगह भी use किये जाते हैं और वास्तव में ये एक - दूसरे से बिल्कुल अलग हैं । डेटा से मतलब उन facts अथवा row इन्फारमेशन से होता है , जिन्हें हम इनपुट द्वारा Execution के लिए देते हैं।

जबकि इन्फारमेशन एक तरह का Executed डेटा है और जिसे यूजर आउटपुट या रिजल्ट के रूप में use करते है । इसमे हम डेटा और इन्फारमेशन को अच्छे से समझने के लिए हम इसकी तुलना आटा चक्की से भी कर सकते हैं । यहां गेहूं डेटा के समान है , जबेकि आटा इन्फारमेशन के समान है और फ्लोअर मील प्रोसेसिंग मशीन एक कम्प्यूटर के समान है । 

Example of data:-

Kota 

Jaipur

 Jodhpur 

Delhi 

AJAY 

PANKAJ 

VAIBHAV 

SANTU 

RIYA 

ANUBHA 

ANKITA

 SUDHA 

SANJAY

Example of data:-

Metadata in hindi (मेटाडेटा) :-


मेटाडेटा ( Metadata ) : इसमे डेटा से संबंधित डेटा मेटाडेटा कहलाता है और ऐसा डेटा जो दूसरे डेटा के गुणों को Defined करता है और इन गुणों में डेटा की Defined , Data structures , rules या Constants आदि शामिल होते हैं ।  उदाहरण में NAME , ADD , CITY , DIVISION सभी मेटाडेटा के उदाहरण हैं । मेटाडेटा हमेशा जिस फाइल में storage होता है , उसे डेटा डिक्शनरी अथवा केटेलॉग कहते हैं ।

Database in hindi (डेटाबेस) :-


इसमे डेटाबेस एक संबंधित information का समूह होता है किन्तु यहाँ पर डेटाबेस के कुछ विशेष नियम होते हैं : Real world के कुछ गुण डेटाबेस के द्वारा Displayed किये जाते हैं। Real world को Miniworld या Universe of Discourse भी कहते हैं और Real world या Miniworld में परिवर्तन के साथ - साथ डेटाबेस में भी परिवर्तन दिखने चाहिए । इसमे डेटाबेस का समस्त डेटा लॉजिकल रूप से जुड़ा होना चाहिए व उसके कुछ स्वाभाविक गुण होने चाहिए होता है और इसमे सूचनाओं का अव्यवस्थित समूह डेटाबेस नहीं होता है , बल्कि इसमे किसी विशेष कार्य के लिए कुछ खास user के द्वारा डेटाबेस बनाया व संचालित किया जाता है ।
उदाहरण - दिया गया डेटा इस प्रकार है : AJAY , PANKAJ , KOTA , JAIPUR , DELHI , SUDHA , JODHPUR
 इस डेटा द्वारा बनाया गया डेटाबेस :
Metadata in hindi (मेटाडेटा) :-

इसमे यहाँ पर Organized से मतलब AJAY , PANKAJ , SUDHA ये सभी NAME फिल्ड में शामिल हैं । इसी तरह KOTA CITY में । जबकि Releted से मतलब ये सभी STUDENT हैं अर्थात् सभी एक क्लास अथवा कॉलेज के छात्र हैं ।

schema in hindi:-


इस डेटाबेस तथा डेटाबेस के description को अलग - अलग करना बहुत आवश्यक है । क्योंकि दोनों अलग - अलग ही होते हैं तथा उनमें से स्ट्रक्चर और डिजाईन का description को डेटाबेस स्किमा कहते हैं और इनकी विशेषता यह होती है कि इनमें परिवर्तन कभी - कभार होता है । इन्हें केटेलॉग / डेटा डिक्शनरी में संग्रह किया जाता है और स्किमा से सम्बन्धित आपरेशन के लिए जो सुविधा है , उसे DDL डेटा डेफिनीशिन लेंगवेज कहते है।

Instance and Database State (इन्सटान्स एवं डेटाबेस स्टेट) :-

इसमे किसी Situation में डेटाबेस में संग्रहित डेटा को Instance कहते हैं और किसी दिये गये डेटाबेस में प्रत्येक स्किमा के पास स्वयं का Instance का समूह होता है । इस Instance डेटा फाइल्स में संग्रह होते हैं व Instance से संबंधित सुविधा को DML डेटा मेन्युप्यूलेशन लेंगवेज भी कहते हैं।

Database Management System in hindi (डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम) :-

 इस डीबीएमएस program का ऐसा समूह होता है , जो Different उपयोगी कार्यों के लिए सुविधाएं को जैसे- डेटाबेस को बनाना व परिभाषित करना एवं एक्सेस व मेन्युपुलेट करना , इत्यादि Provide करना है । हम कह सकते हैं कि डीबीएमएस डेटाबेस व ऐसे प्रोग्रामों का समूह होता है और जिनकी मदद से हम डेटाबेस से डेटा को एक्सेस पढ़ना और परिवर्तित कर सकते हैं । कोई भी DBMS मुख्यत : सूचनाओं के बहुत बड़े समूह को नियंत्रित करने के लिए भी बनाया जाता है ।

डेटाबेस के मुख्य दो अवयव होते हैं : 
( 1 ) स्किमास् जो डेटा डिक्शनरी में संग्रह होते हैं । 
( 2 ) इन्सटान्सेस जो डेटा फाइल में संग्रह होते हैं ।


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

Recovery technique in dbms । रिकवरी। recovery in hindi

 आज हम Recovery facilities in DBMS (रिकवरी)   के बारे मे जानेगे रिकवरी क्या होता है? और ये रिकवरी कितने प्रकार की होती है? तो चलिए शुरु करतेे हैं- Recovery in hindi( रिकवरी) :- यदि किसी सिस्टम का Data Base क्रैश हो जाये तो उस Data को पुनः उसी रूप में वापस लाने अर्थात् उसे restore करने को ही रिकवरी कहा जाता है ।  recovery technique(रिकवरी तकनीक):- यदि Data Base पुनः पुरानी स्थिति में ना आए तो आखिर में जिस स्थिति में भी आए उसे उसी स्थिति में restore किया जाता है । अतः रिकवरी का प्रयोग Data Base को पुनः पूर्व की स्थिति में लाने के लिये किया जाता है ताकि Data Base की सामान्य कार्यविधि बनी रहे ।  डेटा की रिकवरी करने के लिये यह आवश्यक है कि DBA के द्वारा समूह समय पर नया Data आने पर तुरन्त उसका Backup लेना चाहिए , तथा अपने Backup को समय - समय पर update करते रहना चाहिए । यह बैकअप DBA ( database administrator ) के द्वारा लगातार लिया जाना चाहिए तथा Data Base क्रैश होने पर इसे क्रमानुसार पुनः रिस्टोर कर देना चाहिए Types of recovery (  रिकवरी के प्रकार ):- 1. Log Based Recovery 2. Shadow pag

method for handling deadlock in hindi

आज हम  computer course in hindi  मे हम   method for handling deadlock in hindi  के बारे में जानकारी देते क्या होती है तो चलिए शुरु करते हैं- method for handling deadlock in hindi:- deadlock  को बचाने या हटाने के लिये हमें protocol  का प्रयोग करना पड़ सकता है और जब हम यह fixed कर लें कि सिस्टम को deadlock की state में नहीं जायेगा । हम सिस्टम को deadlock की state में पहचान करने एवं recover करने के लिए जाने दे सकते है । हम सारी परेशनियों को एक साथ हटा सकते हैं , और सिस्टम में फिर दुबारा से deadlock मौजूद नहीं होगा । यह solution कई ऑपरेटिंग सिस्टम एवं UNIX के द्वारा use में लिया जाता है , यह fix करने के लिये कि deadlock कभी नहीं होगा , सिस्टम को या तो  deadlock  बचाव scheme का use करना पड़ेगा या फिर deadlock को हटाने की scheme का use करना पड़ेगा । एक methods का set है जो यह fix करता है कि स्थिति में से एक को sald नहीं किया जा सकता । यह method को रोकते हैं Constraining के द्वारा resource की जरूरत पड़ती है । दूसरी तरफ , deadlock को हटाने की जरूरत पड़ती है ऑपरेटिंग सिस्टम की advanced addition