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file organization in dbms in hindi

 आज हम computers in hindi मे file organization in dbms in hindi - dbms in hindi के बारे में जानकारी देगे क्या होती है तो चलिए शुरु करते हैं-

file organization in dbms in hindi:-

file organization in dbms एक फाइल को records की Chain की तरह Logic organizes किया जाता है । ये records डिस्क ब्लॉक्स पर map किये जाते हैं । ऑपरेटिंग सिस्टम में फाइल Basic अंग होती है । स्थायी आकार वाले box disks की Physical Characteristics द्वारा निर्धारित किये जाते हैं और किसी भी दी गयी फाइल मे केवल स्थायी लम्बाई वाला एक ही  records में store किया जाता है । रिलेशनल डाटाबेस में , Different relations के टपल्स सामान्यतः Different आकार के होते हैं । डाटाबेस की मैपिंग के लिये एक approach कई सारी फाइल्स को उपयोग करना है ।

1. फिक्स्ड - लेंथ रिकॉर्डस ( Fixed - Length Records ) :-

आइये , किसी बैंक डाटाबेस के लिये account records की फाइल का अनुसारण करते हैं । इस फाइल का प्रत्येक  record को clear किया जाता है ।
type deposit = record account - number : char ( 10 ) : branch - name : char ( 22 ) : balance : real ; end
प्रत्येक character 1 bytes को रखता है और real 8 bytes को रखता है । इसमें जो account records है व 40 bytes लंबा है । पहले रिकॉर्ड के लिये पहले 40 bytes को उपयोग किया जाता है और अगले 40 bytes को Sec. records के लिये उपयोग किया जाता है ।
file organization in dbms in hindi
अभी भी इस approach के साथ दो समस्यायें होती हैं 
( 1 ) इस structure में से किसी भी records को delete करना कठिन होता है । delete किये जाने वाले records द्वारा घेरे जाने वाला space फाइल के अन्य records द्वारा भरा जाता है ।
( 2 ) जब तक ब्लॉक साइज 40 का multipal नहीं हो जाता है तब तक कुछ record Block boundaries को crose करेंगे । अत : records का यह भाग एक ब्लॉक में और दूसरा भाग दूसरे ब्लॉक में store रहेगा । जब किसी ब्लॉक को डिलीट किया जाता है तो इसके बाद आने वाले रिकॉर्ड को डिलीट किये गये records के द्वारा प्राप्त किये गये space में भेजा जाता है और जैसा कि टेबल में दिखाया गया है कि प्रत्येक रिकॉर्ड डिलीटिड रिकॉर्ड को तब तक अनुसरण करेगा जब तक यह आगे भेज न दिया जाये । इस प्रकार की approach के लिये काफी सारे records को मूव कराने की आवश्यकता होती है ।
file organization in dbms in hindi

2. वैरियेबल लेंथ रिकॉर्डस ( Variable Length Records ) :-

Variable Length Records Database System में कई प्रकार से Generat होते हैं 
( a ) किसी एक फाइल में various types के रिकॉर्ड्स का स्टोरेज । 
(b) एक या एक से अधिक fields के लिये लागू किये जाने वाले Variable length के रिकॉर्ड । 
( c ) Repeating fields को लागू करने वाले records।
  Variable Length Records के लिये काफी सारी technic उपलब्ध हैं:-

बाइट - स्ट्रिंग रिप्रेजेन्टेशन ( Byte String Representation ) : - 

Variable Length Records को Executed करने का एक सरल तरीका एक विशेष end of record ( 1 ) Symbol को प्रत्येक रिकॉर्ड के अन्त में जोडना है । इसके बाद प्रत्येक रिकॉर्ड को Chained bytes की string की तरह स्टोर किया जा सकता है । Fixed length records की फाइल को Variable लेंगी रिकॉर्डस की फाइल के रूप में दिखाया गया है । Byte-string representation का अन्य विकल्प रिकॉर्ड lengtg को प्रत्येक रिकॉर्ड के प्रारम्भ में स्टोर कर देता है ।
file organization in dbms in hindi

defects of string representation :-

( 1 ) delete किये गये रिकॉर्ड द्वारा प्राप्त करने होने वाले space को पुन : उपयोग करना सरल नहीं होता है । यद्यपि Insertion और Deletion दोनों को Organized करने के लिये Techniques हैं लेकिन यह डिस्क स्टोरेज के छोटे - छोटे Fragments को लीड करती हैं तो व्यर्थ होते हैं । 
( 2 ) इसमें किसी भी रिकॉर्ड में वृद्धि करने के लिये अधिक स्पेस नहीं होता है । यदि कोई Variable length record बड़ा हो जाता है तो इसे मूव कर देना चाहिये । अतः Basic byte - String representation सामान्यत : Variable length records को Executed करने के लिये उपयोग नहीं किये जातें हैं । फिर भी Modify किये गये Byte - string representation की फॉर्म , स्लॉटिड पेज स्ट्रक्चर ( Slotted Page Structure ) कहलाती है जिसका उपयोग सिंगल ब्लॉक के साथ रिकॉर्ड्स को Organize के लिये किया जाता है ।

3. फिक्स्ड - लेंथ रिप्रेजेन्टेशन ( Fixed - Length Representation ) :-

किसी भी फाइल सिस्टम में Variable - Length Records को Executed करने का दूसरा तरीका एक Variable - Length Records को display करने वाले एक या एक से अधिक Fixed - Length Records को उपयोग करना है । इसे 2 प्रकार से किया जा सकता है 

( a ) रिजर्व स्पेस ( Reserve Space ) : - 

यदि यहाँ पर Maximum record length है जिसे कभी भी बढाया नहीं जा सकता है तो इसकी लेंथ के लिये Fixed - Length Records का उपयोग कर सकते हैं । उपयोग न किये गये स्पेस को स्पेशल null और end - of record सिम्बल द्वारा भरा जा सकता है । 

( b ) लिस्ट रिप्रेजेन्टेशन (List Representation):- 

हम Variable - Length Records को Fixed-length records की लिस्ट द्वारा भी display कर सकते हैं जो pointers द्वारा जोडी जाती है ।








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