आज हम computers in hindi मे hindi mein bluetooth जानकारी देगे bluetooth in hindi(ब्लूटूथ क्या है?) - computer network in hindi के बारे में जानकारी देगे क्या होती है तो चलिए शुरु करते हैं-
bluetooth in hindi (ब्लूटूथ क्या है):-
bluetooth ke bare mein , ब्लूटुथ एक open wireless Technique है जो कम दूरी पर उपस्थित devices में डेटा के आदान - प्रदान के लिए PAN ( personal area network ) बनाती है , तथा इसमें डेटा को सुरक्षा भी प्रदान करती है ।
ब्लूटुथ डेटा के आदान - प्रदान की एक तकनीक है जो कि wireless है । यह एक wire replacement communication technique अर्थात् ऐसी तकनीक जिसमें Conversations के लिए दो devices के बीच तार की आवश्यकता नहीं होती , इनके कार्य करने की दूरी सीमित होती है , ये अपनी गुणवत्ता व क्षमता के अनुसार कुछ ही मीटर्स की दूरी पर कार्य करते हैं । यह तकनीक अधिक महंगी नहीं होती है । इसका प्रयोग विभिन्न प्रकार के उपकरणों जैसे कि सैल्यूलर फोन , टेबलेट , कम्प्यूटर आदि में डेटा के आदान - प्रदान के लिए किया जाता है ।
ब्लूटुथ में विश्वसनीयता , गोपनीयता तथा सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाती है । जब दो devices की पेयरिंग होती है , अर्थात् उन्हें आपस में माध्यम से जोड़ा जाता है तब एक प्रारम्भिक और एक मास्टर - की निर्धारित की जाती है । इसमें डेटा को आदान - प्रदान करने के लिए डेटा पैकेट्स को एनक्रिप्ट किया जाता है जिससे कि डेटा सुरक्षित रूप से नेटवर्क पर यात्रा कर ब्लूटुथ के सके ।
bluetooth architecture in hindi:-
bluetooth architecture लेयर प्रोटोकॉल की तरह है । जिसमें विभिन्न प्रकार के प्रोटोकॉल जैसे केबल रिप्लेसमेन्ट प्रोटोकॉल , टेलीफोनी रिप्लेसमेन्ट टोकॉल , एडोप्टेड प्रोटोकॉल आदि शामिल हैं । ब्लूटुथ के लिए जो प्रोटोकॉल necessarily आवश्यक है उनमें ( LMP - Link Management Protocol ) , ( LLAP - Logical Link and Adaption Protocol ) , ( SDP - Service Discovery Protocol ) हैं । यह फ्रीक्वेन्सी होपिंग स्प्रेड स्पैक्ट्रम तकनीक पर कार्य करती है । यह तकनीक भेजे जाने वाले डेटा को छोटे - छोटे भागों में विभाजित कर 79 बैण्ड तक पर भेजती है । मास्टर स्लेव संरचना पर कार्य करने वाली ब्लूटुथ तकनीक पैकेट आधारित प्रोटोकॉल का उपयोग करती है । एक मास्टर एक समय में 7 स्लेव के साथ स्थापित कर सकता है ।
कोई भी उपकरण जो कि पता लगाने योग्य अवस्था में हो वह जानकारी प्रेषित करता है
- उपकरण का नाम
- उपकरण की क्लास
- सेवाओं की लिस्ट
- टेक्नीकल सूचना
bluetooth technology in hindi:-
ब्लूटुथ टेक्नॉलॉजी एक ऐसी टेक्नॉलॉजी है जिसका उपयोग डेटा का आदान - प्रदान करने के लिए किया जाता है । यह तकनीक पूर्णतः wireless होती है इसलिए इसे open wireless भी कहा जाता है । यह तकनीक वायरलैस तो होती है परन्तु इसकी दूरी सीमित होती है अर्थात् यह एक निश्चित व कम दूरी पर ही कार्य कर सकती है ।
इस तकनीक का उपयोग करके जब डेटा की एक डिवाइस से दूसरी डिवाइस में भेजा जाता है तो सर्वप्रथम ब्लूटुथ के द्वारा एक PAN ( personal area network ) बनाया जाता है जिसमें ब्लूटुथ डिवाइसेस को आपस में कनैक्ट किया जाता है उसके पश्चात् ही उनमें डेटा का आदान - प्रदान सम्भव हो पाता है ।
इस तकनीक में डेटा के आदान - प्रदान को सुरक्षित व गोपनीय रखने के लिए कुछ सुरक्षा के features भी होते हैं । इसके द्वारा जब PAN बनाया जाता है तब डिवाइसेस को आपस में कनैक्ट करने के लिए pass key मांगी जाती है । सही pass key इनपुट करने वाले डिवाइसेस ही उस PAN में जुड़ जाते हैं ताकि किसी unauthorized person को नेटवर्क में जुड़ने से रोका जा सके ।
अत : ब्लूटुथ एक open wireless तकनीक है जो कम दूरी पर उपस्थित उपकरणों में डेटा के आदान - प्रदान के लिए PAN ( personal area network ) बनाती है , तथा इसमें डेटा को सुरक्षा भी प्रदान करती है । यह तकनीक अधिक महंगी नहीं होती है । इसका प्रयोग विभिन्न प्रकार के उपकरणों जैसे कि सैल्यूलर फोन , टेबलेट , कम्प्यूटर आदि में डेटा के आदान - प्रदान के लिए किया जाता है ।
MAC layer bluetooth system :-
ब्लूटुथ तकनीक wireless कम्यूनिकेशन पर कार्य करती है , इसकी सहायता से डेटा को एक डिवाइस से दूसरी डिवाइस में भेजा जाता है । यह कम दूरी पर तथा 2.4GHz बैण्डविड्थ पर कार्य करता है इसमें किसी तार का उपयोग नहीं किया जाता इसलिए इसे wireless LAN की श्रेणी में गिना जाता है । सिस्टम में मुख्यतः दो लेयर्स पर कार्य किया जाता है जिन्हें PHY ( physical layer ) व MAC in hindi ( medium access control layer ) के नाम से जाना जाता है ।
MAC layer कई प्रकार के कार्य करती है । यह ना केवल medium access करती है बल्कि roaming, anthentication और power conservation को भी ब्लूटुथ support करती है ।
MAC layer का मुख्य कार्य physical layer से इन्टरफेस करना तथा डेटा के ट्रॉस्पिशन को सुनिश्चि करना होता है । इसके द्वारा डेटा को एक डिवाइस से दूसरी डिवाइस पर छोटे - छोटे पैकेट्स में अर्थात् छोटे छोटे टुकड़ों में भेजा जाता है । MAC layer मे यह भी निर्धारित किया जाता है कि ट्रांस्मिशन के लिए कम्यूनिकेशन बैण्ड उपलब्ध है या नहीं । MAC layer के द्वारा यह निर्धारण physical layer के mechanism के माध्यम से किया जाता है । कम्यूनिकेशन बैण्ड के उपलब्ध होने पर फ्रेम किए गए डेटा को ट्रांस्मिशन के लिए physical layer को hand over कर दिया जाता है। ब्लूटुथ सिस्टम में MAC layer का मुख्य कार्य physical layer से डेटा के ट्रांस्पिशन को सुनिश्चि करना होता है ।
nice post ..........hindiscitech.com
जवाब देंहटाएं