आज हम computers in hindi मे guided media in hindi या transmission media in computer network in hindi (transmission media in hindi) - computer network in hindi के बारे में जानकारी देगे क्या होती है तो चलिए शुरु करते हैं-
Guided media in hindi:-
Guided media का प्रयोग नेटवर्क में डेटा को एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचाने के लिए किया जाता है । ट्रांस्मिशन के लिए कोई माध्यम अर्थात् मीडिया होना आवश्यक है जो कि डेटा को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचने तक affordable करेगा । ट्रांस्मिशन मीडिया सूचना को उसके source से destination तक affordable करता है । ट्रांस्मिशन के लिए कई प्रकार के मीडिया उपलब्ध हैं । कुछ ट्रांस्मिशन मीडिया तारों का उपयोग करता हैं तथा कुछ ट्रांस्मिशन मीडिया वरयरलैस होते हैं । इन्हें मुख्यत : दो वर्गों में विभाजित किया जा सकता है-
1. गाइडेड ट्रांस्मिशन मीडिया तथा
2. अनगाईडेड ट्रांस्मिशन मीडिया ।
गाईडेड ट्रांस्मिशन मीडिया के अन्तर्गत ट्रॉस्मिशन के उन माध्यमों को सम्मिलित किया जाता है जो physical हैं । मुख्यतः इनमें ट्रांस्मिशन के लिए उपलब्ध तारों को सम्मिलित किया जाता है ।
transmission media in computer network in hindi (guided media in hindi):-
1.Twisted Pair Cable in hindi ( ट्विस्टेड पेयर केबल )
2.Coaxial Cable in hindi( कोएक्सिल केबल )
3. Fiber Optic Cable in hindi( फाईबर ऑप्टिक केबल )
1.Twisted Pair Cable in hindi ( ट्विस्टेड पेयर केबल ) :-
यह ट्विस्टेड पेयर केबल ( Twisted pair cable ) , ताँबे के तार ( Copper wire ) के दो Insulated threads से निर्मित होता है , जो आपस में Twisted होते हैं । ट्विस्टेड पेयर केबल की विशेषता होती है कि इनकी ट्विस्टिंग ( Twisting ) तारों ( Cables ) के Adjacent pairs और Transfarmers और मोटरों ( Motors ) से उत्पन्न होने वाले शोर ( Noise ) को खत्म कर देता है ।
Types of Twisted Pair Cable in hindi:-
(i) ट्विस्टेड पेयर केबल शील्डेड ट्विस्टेड पेयर केबल ( Shielded twisted pair cable in hindi) ( STP )
(ii) अनशील्डेड ट्विस्टेड पेयर केबल ( Unshielded twisted pair cable in hindi) ( UTP )
(i) ट्विस्टेड पेयर केबल शील्डेड ट्विस्टेड पेयर केबल ( Shielded twisted pair cable in hindi) (STP):-
शील्डेड ट्विस्टेड पेयर केबल ( Shielded twisted pair cable ) में एक Braided metalic wire के Jacket का प्रयोग किया जाता है जो ट्विस्टेड पेयर तारों को अवतरित करके रखता है जो इन्हें अधिक सुरक्षा प्रदान करता है और इससे डेटा लम्बी दूरी तक उच्चतर Transmission Rate का समर्थन करता है ।
(ii) अनशील्डेड ट्विस्टेड पेयर केबल ( Unshielded twisted pair cable in hindi) ( UTP ):-
एक UTP तार दो Insulated copper wire से बना होता है । UTP केबल्स ( Cables ) का प्रयोग ज्यादातर लैन ( Local Area Network ( LAN ) ) में होता है । UTP का Specification यह बताता है कि एक तार में प्रतिफुट कितनी Twisting होगी।
इस प्रकार के केबल की अधिकतम लम्बाई 100 मीटर तक हो सकती है । इस प्रकार के केबल के साथ Crosstalk की समस्या रहती है , यह एक सस्ती समस्या है जो Signals के Interfare करने से उत्पन्न होती है । UTP Cables में Crosstalk की सम्भावना अधिक होती है , परन्तु यदि तार में per foot Twists की संख्या जितनी अधिक होती है , Crosstalk की सम्भावना उतनी ही कम हो जाती है ।
2.Coaxial Cable in hindi( कोएक्सिल केबल):-
पहले केबलिंग ( Cabling ) के लिए सबसे ज्यादा कोएक्सिल केबल्स ( Coaxial cable ) का ही प्रयोग किया जाता था क्योंकि यह कम खीर्चीले ( Cheap ) , Flexible और हल्के होते हैं । कोएक्सिल केबल ( Coaxial cable ) , कॉपर की एक तार से बना होता है जो PVC या Teflon से घिरा होता है और एक प्रकार के Metal की जाली से Shielded होता है और यह Outer shield से घिरा होता है।
कोएक्सिल केबल ( Coaxial cable ) का Core जो Copper की एक तार होती है डेटा को Electronic signals के रूप में Carry करता है । कोएक्सिल केबल ( Coaxial cable ) Conducting core और Wire mexh एक दूसरे से अलग होते हैं , यदि ये एक दूसरे को Touch करते हैं तो तार Short हो जाता है और उससे Noise उत्पन्न होता है ।
Wire mesh एक Ground के रूप में कार्य करता है और Core और Central wire को Electrical noise और Crosstalk से सुरक्षित करता है ।
जब दो Conducting wire या एक और Ground आपस में सम्पर्क में आते हैं तो एक Electrical short होता है । और घरेलू उपकरणों में Short के कारण Sparking हो सकती है या Fuse उड़ सकता है । Coaxial cable ,Twisted pair cable की तुलना में Interference और Attenuation के अधिक प्रतिरोधी होते हैं । कोई Signal Copper wires पर जैसे - जैसे अधिक दूरी तक Travel करता है उसके Signal की Strength में Loss होता है , इसी Loss को एटेन्युशन ( Attenuation ) कहा जाता है ।
3. Fiber Optic Cable in hindi( फाईबर ऑप्टिक केबल ):-
फाइबर ऑप्टिक केबल के द्वारा डेटा को अपेक्षाकृत सुरक्षित तरीके से भेजा जा सकता है क्योंकि यह अन्य तारों ( Cables ) की तरह डेटा को इलेक्ट्रानिक सिग्नल्स के रूप में Carry नहीं करते हैं क्योंकि इसके द्वारा Electrical pulses को Transmit नहीं किया जा सकता है । फाइबर ऑप्टिक केबल में Optical fiber शीशे के बहुत ही पतले Cylinder से बना होता है जिसे Core कहते हैं , जो शीशे के एक Concentric layer से चारों ओर घिरा रहता है जिसे क्लैडिंग ( Cladding ) कहा जाता है ।
ये Fiber प्लास्टिक के भी बने होते हैं पर शीशे की तुलना में Pulses को कम दूरी तक Carry कर पाते हैं । फाइबर ऑप्टिक केबल को ना तो Tap किया जा सकता है और ना इस पर Transmit हो रहे डेटा को चुराया जा सकता है । यह केबल डेटा सिग्नलों को Light modulated pulses के रूप में Carry करते हैं । फाइबर ऑप्टिक केबल में सिग्नल का Attenuation बहुत कम होता है । अतः इसका प्रयोग हम उच्च दर के Data transmission के लिए कर सकते हैं ।
चूँकि फाइबर ऑप्टिक केबल में प्रत्येक Glass stand एक ही दिशा में Signals को पास करता है अत : एक केबल में अलग - अलग Jacket में दो Glass stand होते हैं , जिसमें एक Stand डेटा को Transmit करता है और दूसरा stand डेटा को Receive करता है ।
यदि लम्बी दूरी तक Higher speed से डेटा को Transmit करना हो तो , फाइबर ऑप्टिक केबल का चयन करना चाहिए । डेटा के Transmit होते समय उसे Tap करने या चुराने से बचाने के लिए भी हमें इसी केबल का चयन करना चाहिए । फाइबर ऑप्टिक केबल , Electrical interference से प्रभावित नहीं होते हैं अतः ये Gigabits प्रति सैकण्ड की दर से डेटा को Transmit कर सकते हैं ।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें