आज हम computers in hindi मे introduction of powerpoint in hindi - powerpoint tutorial in hindi के बारे में जानकारी देगे क्या होती है तो चलिए शुरु करते हैं-● How to start PowerPoint : PowerPoint कैसे Open करे
powerpoint introduction in hindi:-
MS Power Point को अब केवल Power Point के नाम से ही बोला जाता है । यह वास्तविक रूप से MS office का ही एक अंग माना जाता है । इसका सबसे पहला संस्करण 3.1 के साथ विकसित किया गया । सन् 1992 में इसको MS Office के साथ जोड़कर इसके नये संस्करण को जन्म दिया गया । इसके बाद इसमें विभिन्न परिवर्तन होते रहे । सन् 2000 में इसका जो नया संस्करण आया वह संस्करण बहुत अधिक विकसित था । इस संस्करण के द्वारा हम एनीमेशन तथा बाहरी चित्रों को आवश्यकतानुसार बदल करके अपने Presentation को अधिक प्रभावी बना सकते हैं ।
● How to start PowerPoint : PowerPoint कैसे Open करे
● ms powerpoint presentation in hindi
● ms powerpoint slide show tab
पावर पॉइन्ट के उपयोग ( Use of Power Point in hindi) :-
युग को हम सूचना प्रौद्योगिकी का युग कह सकते हैं । आज सूचना प्रौद्योगिकी की सहायता से ही प्रत्येक औद्योगिक इकाई मार्केटिंग कर रही है । सभी इकाइयाँ अपना उत्पाद तथा उनसे सम्बन्धित तथ्यों को अधिक से अधिक प्रभावी रूप से प्रस्तुत करना चाहती हैं । इस कार्य के लिए Power Point Software बहुत उपयोगी सिद्ध हुआ है । Power Point के द्वारा User तथा Presenter को कई तरीके से सहायता की जाती है :
1. प्रस्तुतीकरण ( Presentation ) :-
इसके द्वारा तैयार की गई प्रस्तुति स्लाइड्स , हैण्ड आउट्स , बोले गये वाक्य और प्रस्तुति के मुख्य बिन्दु , ये सब एक ही फाइल में सम्मिलित होते हैं । Power Point की प्रस्तुति इन सबका ही मिश्रण होता है । इसके द्वारा प्रस्तुति को और अधिक प्रभावशाली बनाया जा सकता है । जब हम slides को बनाते हैं तो उस समय हमें यह देखना होता है कि हमारी प्रस्तुति किस प्रकार की दिखनी चाहिए ।
2. प्रभाव देना ( To Give Effects ):-
इस कार्य के लिए हम निम्न विधि अपना सकते हैं -
( i ) आवाज को प्रभावी बनाकर , इस कार्य के लिए अन्य व्यक्ति की आवाज का भी हम इसमें समावेश कर सकते हैं ।
( ii ) चित्रों का प्रयोग करके ।
( iii ) रंगों का उपयोग करके स्लाइड को और अधिक प्रभावी बना सकते हैं ।
( iv ) प्रस्तुतीकरण को गति प्रदान कर और अधिक प्रभावी तथा सजीव बना सकते हैं ।
( v ) 3D - Effects का प्रयोग करके ।
( vi ) सम्पूर्ण प्रस्तुतीकरण की विषय वस्तु को अलग - अलग समूह में विभक्त करके उसको सरल तथा प्रभावी बना सकते हैं ।
3. Presentation Slides:-
इसके द्वारा हम अपने प्रस्तुतीकरण में शीर्षक , टैक्स्ट , ग्राफिक्स तथा वीडियो क्लिप प्रयुक्त कर सकते हैं । इसमें हम अपनी Slides को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए उपयुक्त रंग , आवाज तथा अलग - अलग आकार को use कर सकते हैं ।
4. पारदर्शिकाओं का निर्माण:-
ओवरहैड प्रोजेक्ट का कार्य करने हेतु इसके द्वारा हम Black & White या रंगीन पारदर्शिकायें भी बड़े सुन्दर ढंग से सरलता से बना सकते हैं ।
5. हैण्डआउट्स ( Handouts ):-
हम अपने प्रस्तुतीकरण को अधिक आकर्षक बनाने के लिए अपने श्रोताओं व दर्शकों के लिए हैण्डआउट्स की सुविधा भी दे सकते हैं । इसमें तैयार की गई स्लाइड्स का एक छोटा - सा छपा हुआ रूप होता है । एक ही पेज पर दो , तीन या छ : स्लाइड्स तक छपी होती है । यदि हम चाहें तो इसमें कम्पनी का नाम , दिनांक एवं पृष्ठ संख्या भी छाप सकते हैं ।
6. प्रजेन्टेशन में विविधता:-
Power Point की सहायता से प्रयोक्ता अपने प्रस्तुतीकरण में और अधिक विविधता लाकर उसे अधिक प्रभावी बना सकता है । इसमें वह चित्र , ग्राफ आदि के द्वारा अपने प्रस्तुतीकरण को प्रभावी बना सकता है ।
7.Outline:-
अपनी प्रस्तुति पर कार्य करते समय हमारे पास यह option भी होता है कि outline के साथ शीर्षक एवं मुख्य Text को एक साथ किया जा सकता है । यदि जरूरी हो तो इसका प्रिन्ट भी लिया जा सकता है ।
8. नोट्स बनाना ( Making Notes ):-
Power Point में हम slide बनाने के साथ - साथ उसके विषय में टिप्पणियाँ या व्याख्यान भी दिखा सकते हैं । वह Monitor Screen में ऊपर स्लाइड प्रस्तुत कर सकता है तथा उसके नीचे उसकी व्याख्या भी दे सकता है ।
9.विजार्ड ( Wizards ):-
Power Point की सबसे अच्छी व्यवस्था Wizard की है । यह user को Power Point पर कार्य करने के लिए आवश्यक सहायता प्रदान करता है । इसके साथ कार्य करना बहुत सरल होता है ।
10. ऑटो कन्टेन्ट विजार्ड ( Auto Content wizard ):-
इसमें अपने आप विषय वस्तु प्रदर्शन के विजार्ड की अलग से व्यवस्था होती है । इसके कारण Monitor पर जैसे ही विण्डो खुलती है उसके बाद जब हम Auto Contact Wizard बटन पर click करते हैं तो उसके बाद हमारे प्रस्तुतीकरण के मदों की सूची Monitor Screen पर पहली एवं दूसरी विण्डो में आती जाती है ।
11. वेब प्रस्तुतीकरण ( Web Presentation ):-
User अपने Presentation को Internet के किसी server में डाल कर अपने Presentation को Internet से जोड़ सकता है । जब यह Internet से जुड़ जाता है तब इसको किसी भी दूसरे computer पर देखा जा सकता है ।
12. टेम्लेट ( Template ) :-
जब किसी भी user के द्वारा Power Point विण्डो को खोला जाता है तो इसकी विण्डो पर तीन बटन दिखाई देते हैं .
1 . Auto Content Wizard
2. Design Template
3 . Blank Presentation
यदि Design Template पर क्लिक करते हैं तो इसके द्वारा computer में पहले से तैयार स्लाइड्स की सूची दिखाई देती है। User इसमें से अपने प्रस्तुतीकरण के लिए कोई भी एक डिजाइन की slide चुनकर उसमें अपना प्रस्तुतीकरण आसानी से कर सकता है । यहाँ पर उसे अलग से slide बनाने का कार्य नहीं करना पड़ता है ।
13. ब्लैंक प्रजेन्टेशन ( Blank Presentation ):-
यदि user अपने ढंग से प्रस्तुतीकरण तैयार करना चाहता है तो उसको तीसरे बटन Blank Presentation पर click करके एक नई विण्डो खोलनी पड़ती है और इसमें वह अपने ही ढंग से प्रस्तुतीकरण कर सकता है ।
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