सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

foxpro data type in hindi । फॉक्सप्रो

 आज हम computers in hindi मे

फॉक्सप्रो क्या है? Foxpro data type in hindi  कार्य के बारे मे जानेगे? How many data types are available in foxpro?  में  तो चलिए शुरु करते हैं-  

How many data types are available in foxpro? ( फॉक्सप्रो में कितने डेटा प्रकार उपलब्ध हैं?):-

FoxPro में बनाई गई डेटाबेस फाईल का एक्सटेन्शन नाम .dbf होता है ।

foxpro data type in hindi (फॉक्सप्रो डेटा प्रकार) :-

  1. Character data type
  2. Numeric data type
  3. Float data type
  4. Date data type
  5. Logical data type
  6. Memo data type
  7. General data type
How many data types are available in foxpro?

1. Character data type :-

Character data type की फील्ड में अधिकतम 254 Character store किये जा सकते हैं । इस टाईप की फील्ड में अक्षर जैसे ( A , B , C , .......Z ) ( a , b , c , ...........z ) तथा इसके साथ ही न्यूमेरिक अंक ( 0-9 )Special Character ( + , - , / . x , ? , = ; etc ) आदि भी Store करवाए जा सकते हैं । इस प्रकार की फील्ड का प्रयोग नाम , पता , फोन नम्बर , शहर का नाम , पिता का नाम , माता का नाम आदि संग्रहित करने के लिए किया जाता है ।

2. Numeric data type :-

Numeric data type  की फील्ड में अधिकतम 20 डिजिट्स तक अंक स्टोर करवाये जा सकते हैं , जिसमें से 18 डिजिट्स संख्या के लिए तथा 2 डिजिट्स दशमलव के बाद के होते हैं । इस टाईप की फील्ड में केवल न्यूमेरिक वैल्यू ही स्टोर करवाई जा सकती है । इसके साथ ही दशमलव अंकों वाली संख्या को भी करवाया जा सकता है । इस प्रकार की फील्ड का प्रयोग मुख्यत : आयु , Marks , वेतन , Amount आदि का संग्रहित करने के लिए किया जाता है ।

3. Float data type :-

Float Data type की फील्ड में भी अधिकतम 20 डिजिटस तक अंक ही स्टोर करवाये जा सकते है । यह फील्ड भी न्यूमेरिक फील्ड टाईप की तरह ही होता है । इसमें अंकों को दशमलव के साथ संग्रहित किया जाता है । जैसे कि 315.66 , 618.76 आदि। साधारणत : इस फील्ड का प्रयोग बहुत ही कम किया जाता है , इसका मुख्यतः प्रयोग वैज्ञानिक प्रकारों की गणना करने के लिए किया जाता है ।

4. Date data type :-

Date data type की फील्ड का साईज़ अधिकतम 8 डिजिट्स तक होता है , जिसमें 6 स्थान दिनांक के अंकों के लिए तथा 2 स्थान " / " के लिए होते हैं । इसका मुख्यतः प्रयोग दिनांक को संग्रहित करवाने के लिए प्रयोग किया जाता है । इस फील्ड में दिनांक का प्रारूप निम्न प्रकार से हो सकता है । 
( 1 ) mm / dd / yy 
( 2 ) dd / mm / yy 
( 3 ) yy / mm / dd 
इस फील्ड का मुख्यतः प्रयोग डेटाबेस में DOB ( Date of Birth ) , DOJ ( Date of Joining ) आदि स्टोर करने के लिये किया जाता है ।

5. Logical data type :-

Logical data type की फील्ड में सिर्फ 1 ही कैरेक्टर स्टोर करवाया जा सकता है । इस फील्ड का प्रयोग सिर्फ लॉजिकल टाईप के डेटा को स्टोर करने के लिए किया जाता है अर्थात् इस टाईप के फील्ड में true ( सत्य ) या False ( असत्य ) टाईप की वैल्यू को स्टोर करवाया जाता है । जिसमें इनका सिर्फ T / F ही आता है । इस फील्ड का मुख्यतः प्रयोग उपस्थित या अनुपस्थित , पास / फेल , जैसे वैकल्पिक ( Optional ) प्रश्नों के लिए किया जाता है ।

6. Memo data type :-

Memo data type की फील्ड में अधिकतम 10 कैरेक्टर स्टोर करवाये जा सकते हैं । इसके अलाव इसमें चित्र और ध्वनि भी स्टोर करवाई जा सकती हैं । यह विशेष प्रकार की फील्ड होती है जिसमें अत्यधिक मात्रा में डेटा संग्रहित करवाया जा सकता है । परन्तु इस टाईप की फील्ड में वास्तविक Text एक अलग नई फाईल में स्टोर होता है , जिसका Extension .fpt होता है । और यही फाईल Memo File कहलाती है।
FoxPro में मैमो फील्ड के द्वारा बनाई गई फाईल का एक्सटेन्शन नाम  .ipt होता है ।

7. General data type:-

General data type की फील्ड में भी मैमो की भांति ही 10 कैरेक्टर स्टोर करवाये जा सकते हैं । इस टाईप की फील्ड सिर्फ Windows पर आधारित Foxpro Verion पर उपलब्ध होती है । इस टाईप की फील्ड में Word Processing document , spread sheet भी स्टोर करवाये जा सकते हैं।




टिप्पणियाँ

एक टिप्पणी भेजें

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

Query Optimization in hindi - computers in hindi 

 आज  हम  computers  in hindi  मे query optimization in dbms ( क्वैरी ऑप्टीमाइजेशन) के बारे में जानेगे क्या होता है और क्वैरी ऑप्टीमाइजेशन (query optimization in dbms) मे query processing in dbms और query optimization in dbms in hindi और  Measures of Query Cost    के बारे मे जानेगे  तो चलिए शुरु करते हैं-  Query Optimization in dbms (क्वैरी ऑप्टीमाइजेशन):- Optimization से मतलब है क्वैरी की cost को न्यूनतम करने से है । किसी क्वैरी की cost कई factors पर निर्भर करती है । query optimization के लिए optimizer का प्रयोग किया जाता है । क्वैरी ऑप्टीमाइज़र को क्वैरी के प्रत्येक operation की cos जानना जरूरी होता है । क्वैरी की cost को ज्ञात करना कठिन है । क्वैरी की cost कई parameters जैसे कि ऑपरेशन के लिए उपलब्ध memory , disk size आदि पर निर्भर करती है । query optimization के अन्दर क्वैरी की cost का मूल्यांकन ( evaluate ) करने का वह प्रभावी तरीका चुना जाता है जिसकी cost सबसे कम हो । अतः query optimization एक ऐसी प्रक्रिया है , जिसमें क्वैरी अर्थात् प्रश्न को हल करने का सबसे उपयुक्त तरीका चुना

Recovery technique in dbms । रिकवरी। recovery in hindi

 आज हम Recovery facilities in DBMS (रिकवरी)   के बारे मे जानेगे रिकवरी क्या होता है? और ये रिकवरी कितने प्रकार की होती है? तो चलिए शुरु करतेे हैं- Recovery in hindi( रिकवरी) :- यदि किसी सिस्टम का Data Base क्रैश हो जाये तो उस Data को पुनः उसी रूप में वापस लाने अर्थात् उसे restore करने को ही रिकवरी कहा जाता है ।  recovery technique(रिकवरी तकनीक):- यदि Data Base पुनः पुरानी स्थिति में ना आए तो आखिर में जिस स्थिति में भी आए उसे उसी स्थिति में restore किया जाता है । अतः रिकवरी का प्रयोग Data Base को पुनः पूर्व की स्थिति में लाने के लिये किया जाता है ताकि Data Base की सामान्य कार्यविधि बनी रहे ।  डेटा की रिकवरी करने के लिये यह आवश्यक है कि DBA के द्वारा समूह समय पर नया Data आने पर तुरन्त उसका Backup लेना चाहिए , तथा अपने Backup को समय - समय पर update करते रहना चाहिए । यह बैकअप DBA ( database administrator ) के द्वारा लगातार लिया जाना चाहिए तथा Data Base क्रैश होने पर इसे क्रमानुसार पुनः रिस्टोर कर देना चाहिए Types of recovery (  रिकवरी के प्रकार ):- 1. Log Based Recovery 2. Shadow pag