आज हम computer course in hindi मे हम operating system command के बारे में बताएगें तो चलिए शुरु करते हैं-
operating system command(ऑपरेटिंग सिस्टम कमाण्ड्स):-
यूजर , सिस्टम कॉल्स के अलावा ऑपरेटिंग सिस्टम में ऑपरेटिंग सिस्टम के कमाण्ड्स के द्वारा भी interact कर सकता है । यदि आप ( MS - DOS में किसी भी डाइरेक्ट्री के फाइलों या सब - डाइरेक्ट्रीज को देखना चाहते हैं , तो आप DIR कमाण्ड का invoke कर सकते हैं और ऑपरेटिंग सिस्टम अपने कमाण्ड्स द्वारा यूजर और कम्प्यूटर सिस्टम के हार्डवेयर के बीच communicate करता है । इस ऑपरेटिंग सिस्टम का प्रमुख objective यूजर की समस्याओं का समाधान करना है , इसमें ज्यादातर ऑपरेटिंग सिस्टम्स के साथ common problems को हल करने के प्रोग्राम्स की supply की जाती है । इन प्रोग्राम्स के वेब ब्राउजर्स , टेक्स्ट फॉर्मेटर्स , वर्ड - प्रोसेसर्स , कम्पाइलर्स और डेटाबेस सिस्टम्स , स्प्रेडशीट्स इत्यादि आते है । ये प्रोग्राम सिस्टम यूटिलिटीज या एप्लीकेशन प्रोग्राम के नाम से भी जाने जाते हैं । इसमें कमाण्ड इंटरप्रेटर किसी भी ऑपरेटिंग सिस्टम का सबसे system program होता है । Command Interpreter का प्रमुख कार्य भी यूजर द्वारा दिए गए कमाण्ड को accept कर execute करना होता है ।
लेकिन कुछ ऑपरेटिंग सिस्टम में Command Interpreter कमाण्ड्स को execute करने का कोड अपने आप में holding करता है और जबकि कुछ ऑपरेटिंग सिस्टम में कमाण्ड इन्टरप्रेटर दिए गए कमाण्ड को फाइल सिस्टम से खोज कर उसे मेमोरी में लोड करके कमाण्ड के साथ दिए गए पैरामीटर के साथ execute करता है । MS - DOS का कमाण्ड इन्टरप्रेटर , जो command.com है अनेकों कमाण्ड्स को एक्जक्यूट करने का कोड holding करता है । जैसे , यूजर द्वारा किसी फाइल को डिलीट करने के लिए दिया गया DEL कमाण्ड , कमाण्ड इंटरप्रेटर ( command.com ) द्वारा स्वीकार करके एक्जक्यूट भी किया जाता है । जबकि UNIX में यदि abc नामक फाइल को डिलीट करने के लिए rm abc कमाण्ड यूजर द्वारा दिया जाता है तो UNIX का कमाण्ड इंटरप्रेटर , rm नामक फाइल को फाइल सिस्टम से खोज कर इसे मेमोरी में लोड कर UNIX पैरामीटर के साथ execute करता है । अतः हम इस Conclusion पर पहुँचते हैं कि UNIX में किसी कमाण्ड की functionality अलग अलग फाइल में define की जाती है , न कि कमाण्ड इन्टरप्रेटर में।
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