सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

array in c in hindi

आज हम C language tutorial in hindi मे हम Array in c language in hindi के बारे में जानकारी देते क्या होती है तो चलिए शुरु करते हैं-

array in c in hindi :-

एक समान डाटा आइटम का एक समूह जिसका एक ही नाम हो , Array ( ऐरे ) कहलाता है । 
ऐरे एक वेरियेबल के समान constants की मेमोरी में स्थिति का नाम होता है जहाँ एक समान टाइप के constants store होते हैं । 
ऐसा ऐरे जिसमें एक ही सबस्क्रिप्ट का प्रयोग होता है एकविमीय ( One - dimensional ) ऐरे कहलाता है । जबकि ऐसा ऐरे जिसमें दो सबस्क्रिप्ट का प्रयोग किया जाता है द्विविमीय ऐरे ( Two - dimensional Array ) कहलाता है । 

• एकविमीय ऐरे ( One - dimensional Arrays):-

 ऐसा ऐरे जिसमें ऐरे एलीमेन्ट की संख्या को define करने के लिये एक Subscript का प्रयोग किया जाये , एकविमीय ऐरे ( One - dimensional Array ) कहलाता है । 
C प्रोग्राम में ऐरे को वेरियेबल के समान उपयोग करने से pre-Declare करना आवश्यक होता है । इसे Declare करने के लिये इसका टाइप और Element की संख्या Subscript से define की जाती है । Subscript को बड़े कोष्ठक में लिखते हैं । 
Syntax:-
<type> <array name> <element key>
<type> :- ऐरे में किये जाने वाले constants का टाइप है जो int , float , double अथवा char टाइप का हो सकता है । 
<array name> :- A से Z अथवा a से z तक के करेक्टर 0-9 तक अंक और अंडरस्कोर Underscore ) से बना ऐरे का नाम है ।
 <element key> :- सबस्क्रिप्ट है जो ऐरे का आकार है और इसमें store constants की संख्या को define करता है ।
Example:- int marks [ 30 ] ;

( 1 ) Accessing Elements of Array :-

ऐरे Declare करने के बाद इसके प्रत्येक एलीमेन्ट को प्राप्त किया जा सकता है । इसके लिए सबस्क्रिप्ट [ ] का प्रयोग किया जाता है । ऐरे नेम के सभी Elements ) को एक निश्चित संख्या दी . जाती है जो 0 से प्रारम्भ होती है । 

( 2 ) Inputting Data into Array :- 

Note - char ऐरे के प्रत्येक एलीमेन्ट में हम कोई स्ट्रिंग store नहीं कर सकते हैं क्योंकि प्रत्येक ऐरे एलीमेन्ट मेमोरी में एक बाईट को define करता है और एक करेक्टर एक बाईट आकार का होता है ।

( 3 ) Assigning Constants Into Array:-

 ऐरे एलीमेन्ट में हम कोई मान ( स्थिरांक ) एसाइन कर सकते हैं । ऐरे एलीमेन्टों में कोई मान ( स्थिरांक ) हम दो स्थानों पर कर सकते हैं । ऐरे Declare करते समय और ऐरे Declare करने के बाद ।

• Two - dimensional Array:-

जिसमें Values की सूची store की जा सके । कभी - कभी हमें कोई सारणों के मानों को मेमोरी में संग्रहीत करना पड़ता है ।

(1) While assigning a constant to a two-dimensional array:-

द्वि - विमीय ऐरे की Declaration के समय format से कोई Constant ऐसाइन किया जाता है ।
< type > < array name > [ total number of rows ] [ total number of columns ]
 = { constants -1 , constants -2 , constants 3 , ... }

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

Recovery technique in dbms । रिकवरी। recovery in hindi

 आज हम Recovery facilities in DBMS (रिकवरी)   के बारे मे जानेगे रिकवरी क्या होता है? और ये रिकवरी कितने प्रकार की होती है? तो चलिए शुरु करतेे हैं- Recovery in hindi( रिकवरी) :- यदि किसी सिस्टम का Data Base क्रैश हो जाये तो उस Data को पुनः उसी रूप में वापस लाने अर्थात् उसे restore करने को ही रिकवरी कहा जाता है ।  recovery technique(रिकवरी तकनीक):- यदि Data Base पुनः पुरानी स्थिति में ना आए तो आखिर में जिस स्थिति में भी आए उसे उसी स्थिति में restore किया जाता है । अतः रिकवरी का प्रयोग Data Base को पुनः पूर्व की स्थिति में लाने के लिये किया जाता है ताकि Data Base की सामान्य कार्यविधि बनी रहे ।  डेटा की रिकवरी करने के लिये यह आवश्यक है कि DBA के द्वारा समूह समय पर नया Data आने पर तुरन्त उसका Backup लेना चाहिए , तथा अपने Backup को समय - समय पर update करते रहना चाहिए । यह बैकअप DBA ( database administrator ) के द्वारा लगातार लिया जाना चाहिए तथा Data Base क्रैश होने पर इसे क्रमानुसार पुनः रिस्टोर कर देना चाहिए Types of recovery (  रिकवरी के प्रकार ):- 1. Log Based Recovery 2. Shadow pag

window accessories kya hai

  आज हम  computer in hindi  मे window accessories kya hai (एसेसरीज क्या है)   -   Ms-windows tutorial in hindi   के बारे में जानकारी देगे क्या होती है तो चलिए शुरु करते हैं- window accessories kya hai (एसेसरीज क्या है)  :- Microsoft Windows  कुछ विशेष कार्यों के लिए छोटे - छोटे प्रोग्राम प्रदान करता है इन्हें विण्डो एप्लेट्स ( Window Applets ) कहा जाता है । उनमें से कुछ प्रोग्राम उन ( Gadgets ) गेजेट्स की तरह के हो सकते हैं जिन्हें हम अपनी टेबल पर रखे हुए रहते हैं । कुछ प्रोग्राम पूर्ण अनुप्रयोग प्रोग्रामों का सीमित संस्करण होते हैं । Windows में ये प्रोग्राम Accessories Group में से प्राप्त किये जा सकते हैं । Accessories में उपलब्ध मुख्य प्रोग्रामों को काम में लेकर हम अत्यन्त महत्त्वपूर्ण कार्यों को सम्पन्न कर सकते हैं ।  structure of window accessories:- Start → Program Accessories पर click Types of accessories in hindi:- ( 1 ) Entertainment :-   Windows Accessories  के Entertainment Group Media Player , Sound Recorder , CD Player a Windows Media Player आदि प्रोग्राम्स उपलब्ध होते है