Input device of computer (कम्प्युटर के इनपुट डिवाइस)
input device Input वो होते है जिससे डाटा को कम्प्युटर में भेजा जाता है जैसे Keyboard हम Keyboard पर कुछ भी टाइप करते है फिर वो डाटा कंप्यूटर में जाता है और फिर आउटपुट मॉनिटर पर दिखाई देता है । मतलब की ऐसा उपकरण जो कम्प्युटर को निर्देश देता है और कम्प्यूटर उस निर्देश के अनुसार कार्य करता है ।
Input device kya hai ?
वो हार्डवेयर हैं , जिसका उपयोग हमारे समझने योग्य शब्दों , ध्वनि , चित्र तथा क्रियाओं को उस रूप में अनुवाद करने के लिये किया जाता है , जिसे सिस्टम यूनिट प्रोसेस कर सके । जैसे , वर्ड प्रोसेसर का उपयोग करते समय कीबोर्ड से टेक्स्ट लिखते हैं तथा माउस से निर्देश देते हैं । की - बोर्ड और माउस के अलावा भी अनेक प्रकार के इनपुट डिवाइस होते हैं , जैसे - प्वाइंटिंग , स्कैनिंग , इमेज कैप्चरिंग और ऑडियो - इनपुट डिवाइस आदि ।
Input Device वे Device है जो हमारे अनुसार दिये निर्देश को , सी.पी.यू. (C.P.U.) तक पहुचाते हैं।
Input device definition in hindi ( इनपुट डिवाइस की परिभाषा )
वे सभी डिवाइस , जो कम्प्यूटर को डाटा एवं निर्देश देने के लिए उपयोग होते हैं , उन्हें इनपुट डिवाइस ( Input Devices ) कहते हैं । इलेक्ट्रॉनिक कम्प्यूटर आज अनिवार्य हो गया है , जिसका इस्तेमाल अब बाजारों , बैंकों, कारखानों , होटलों , अस्पतालों , राजकीय कार्यालयों , विद्यालयों आदि में व्यापक रूप से किया जा रहा है । ‘ कम्प्यूटर ' ' शब्द मुख्य रूप में गणना करने वाली किसी भी मशीन के लिए प्रयुक्त किया जाता है । अब हम कम्प्यूटर्स को गणितीय समस्याओं को हल करने के लिए महत्वपूर्ण सूचनायें उपलब्ध कराने मे डाटा प्रोसेसिंग डिवाइस के रूप में परिभाषित करते हैं । कम्प्यूटर की संरचना में स्विच , तार , ट्रांजिस्टर तथा आई . सी . ( Integrated Circuit ) आदि होते हैं ।
इनपुट डिवाइस के प्रकार ( types of input device )
● Keyboard
● Mouse
● MICR
● OCR
● OMR
● Scanner
● BCR
● Touch screen
● Joystick
● Light Pen
● Voice input or Audio input
● Smart card reader
● Smart card reader
Keyboard
यह एक साधारण अंग्रेजी टाइपराइटर के की - बोर्ड जैसा होता है । इसमें रोमन लिपि के सभी अक्षर , अंक कुछ विशेष चिह्न , विराम चिह्न तथा दो शिफ्ट् कुंजीयाँ होती है । मुख्य की - बोर्ड लगभग सभी की - बोर्डो में एक जैसा ही होता है । keyboard में लगभग 108 Key होती हैं। जैसे कि Number Key, Alphabet key, Function Key, Editing key, Control key etc है। कि - बोर्ड के सबसे ऊपरी दाहिनी ओर तीन light देने वाले इन्डिकेटर लगे हुए होते हैं । ये Caps Lock , Num Lock तथा Scroll Lock keys स्थिति दिखाते रहते हैं ।
कम्प्यूटर के की - बोर्ड पर उपस्थित सभी keys को 6 समूहों में बाँटा जा सकता है ।
1 अंक कुजियाँ ( Number Keys ) -
ये कुंजियाँ संख्या में दस होती हैं तथा नीचे दिये गये अंक उन कत होते हैं । ये की - बोर्ड के मध्य भाग में ऊपर की ओर होती हैं ।
0 1 2 3 4 5 6 7 8 9
2 वर्ण कुजियाँ ( Alphabet Keys ) -
ये कुंजियाँ संख्या में 26 होती हैं तथा A से Z सभी वर्ण । एक - एक कुंजी पर अंकित होते हैं । ये कुंजियाँ कैपिटल एवं स्माल लेटर्स ( Capital & Small Letters ) दोनों ही प्रिंट करने के काम आती हैं । ये कुंजियाँ उसी क्रमानुसार में व्यवस्थित होती हैं जिस तरह टाइपराइटर पर होती हैं ।
QWERTYUTOPASDFGHJKLZXCYBNM |
3 कार्य कुजियाँ ( Function Keys ) -
ये कुंजियाँ संख्या में 12 होती हैं तथा इनके ऊपर F1 . F2 . F3 , . . . . . . . . . F12 अंकित होता है । अलग - अलग सॉफ्टवेयर्स में इन कुंजियों को अलग - अलग कार्य होता है ।
Fi , F2 , F3 , F4 , F5 , F6 , F7 , F8 , F9 , F10 , F11 , F12
4 सम्पादन कुंजियाँ ( Editing Keys ) -
ये कुंजियाँ संख्या में 13 होती हैं तथा इनका कार्य टाइप किये | गये मैटर को सम्पादित करना है । निम्नलिखित कुंजियाँ सम्पादन कुंजियाँ कहलाती है ।
Page up , page down , space bar , delete , insert , tab
5 नियंत्रण कुंजियाँ ( Control Keys ) -
ये कुंजियाँ नियंत्रित करने के काम आती हैं ।
Enter , shift , Esc , pause
6 चिन्ह कजियाँ ( Symbols Kevs ) -
इन कुंजियों का कोई कार्य नहीं होता है तथा यह सिर्फ विशेष चिन्ह प्रिंट करने के काम आती हैं ।Mouse
माउस एक प्वांइटिंग डिवाइस है । यह मॉनीटर पर दिखाई देने वाले प्वांइटर को नियंत्रित करता है । आमतौर पर माउस का प्वांइटर एक तीर के रूप में नजर आता है , जबकि एप्लीकेशन के आधार पर इसका आकार बदला जा सकता है । माउस में एक , दो या तीन बटन होते है । जिनके जरिए निर्देशों के विकल्पों चुना जाता है । माउस सामान्यतः तीन प्रकार के होते हैं ।
1 वायरलेस माउस ( Wireless Mouse ) मैकेनिकल
2 माउस ( Mechanical Mouse )
3 ऑप्टिकल माउस ( Optical Mouse )
1 वायरलेस माउस ( Wireless Mouse ) मैकेनिकल
2 माउस ( Mechanical Mouse )
3 ऑप्टिकल माउस ( Optical Mouse )
हम माउस के साथ कई प्रकार की क्रियाएं करते हैं >
पॉइटिंग ( Pointing ) : - जब हम माउस को इधर - उधर खिसका कर माउस पॉइंटर को अपने डेस्कटॉप की किसी आइकॉन पर लाते हैं , तो इसे पॉइंट करना कहा जाता है ।
क्लिकिंग ( Clicking ) : - जब हम माउस पॉइंटर को किसी आइकॉन या प्रोग्राम पर लाकर माउस के बाएं बटन को एक बार दबाकर छोड़ देते हैं , तो उस क्रिया को क्लिक करना कहा जाता है ।
डबल - क्लिकिग ( Double - Clicking ) : - जब हम माउस के बाएं बटन से जल्दी - जल्दी दो बार क्लिक करते हैं , तो उस क्रिया को डबल - क्लिक करना कहा जाता है ।
राइट - क्लिकिंग ( Right Clicking ) : - जब हम माउस पॉइंटर को किसी आइकॉन या प्रोग्राम पर लाकर माउस के दाएं बटन को क्लिक करते है , तो इस क्रिया को राइट - क्लिक करना कहा जाता है ।
ड्रैगिग ( Dragging ) : - जब हम पॉइंटर को किसी आयकॉन पर लाकर माउस के बाएं बटन को दबाकर पकड़ लेते हैं और माउस बटन को दबाए रखकर ही माउस पॉइंटर को इधर - उधर सरकाते है , तो इस क्रिया को खींचना या डैग करना कहा जाता है ।
"माउस के सिग्नल को एक प्रोग्राम द्वारा प्रोसेस , किया जाता है । जिसे माउस ड्राइव कहते है ।"
मेग्नेटिक इंक कटेक्टर रीडर ( MICR )
इसका उपयोग सबसे अधिक बैंक में अधिकतर बैंक चेक , डिपॉजिट फॉर्म , बैंक , ड्राफ्ट आदि में किया जाता है । इन चैक डिपॉजिट फॉर्म ड्राफ्ट आदि में अक्षर लिखने के लिए एक विशेष प्रकार की मेग्नेटिक स्याही का उपयोग होता है । जिसे यह स्केन कर पढ़ सकता है । तथा सूचना कम्प्यूटर को दे सकता है ।
ऑप्टिकल कैरेक्टर टिकॉनिटान ( OCR )
यह ओ एम आर का ही कुछ सुधरा हुआ रूप होता है । यह केवल साधारण चिह्नों को नहीं , बल्कि छापे गए या हाथ से साफ - साफ लिखे गए अक्षरों को भी पढ़ लेता है । यह प्रकाश स्रोत की सहायता से कैरेक्टर की शेप को पहचान लेता है । इस तकनीक को ऑप्टिकल कैरेक्टर रिकॉग्नीशन कहा जाता है । इसका उपयोग पुराने दस्तावेजों को पढ़ने के लिए किया जाता है ।
ऑप्टिकल मार्क रीडर ( OMR )
ऑप्टिकल मार्क रीडर एक प्रकार की इनपुट डिवाइस है , जिसका प्रयोग किसी कागज पर पैन या पेन्सिल के निशानों को जाँचती है इसमें चिन्हित कागज पर जब प्रकाश डाला जाता है तो प्रकाश परिवर्तित होकर उस जाँचे गये चिन्ह को दर्शाता है । यह तकनीक केवल छपे कार्ड या फॉर्म पर उपस्थित निश्चित स्थानों पर बने डिब्बो एवं पेन्सिल से भरे डिब्बों को जाँचती है । सामान्यतः इसका उपयोग प्रतियोगिता परीक्षा के आन्सर शीट को चेक करने में किया जाता है ।
स्कैनर
स्कैनर एक प्रकार की इनपुट डिवाइस है यह सूचना को प्रत्यक्ष रूप से कम्प्यूटर में भेजने की क्षमता रखता है यह शीघ्र एवं बिल्कुल ठीक रूप से डाटा एन्ट्री का कार्य करता है । इस डिवाइस का उपयोग सूचना जैसे फोटोग्राफ एवं पेपर पर डाक्यूमेंट को केप्चर करने तथा कम्प्यूटर इमेज में अनुवाद करने के लिए किया जाता है।
स्कैनिंग डिवाइस तीन प्रकार के होते हैं
हैण्ड हेल्ड स्कैनर ( Hand Held Scanner ) : - ये आकार में काफी छोटे और हल्के होते हैं , जिन्हें आसानी से । हाथ पर रखकर भी डॉक्यूमेंट को स्कैन किया जा सकता है । यदि किसी डॉक्यूमेंट को स्कैन करना हो तो डॉक्यूमेंट के अलग - अलग भागों को स्कैन करना पड़ता है । लेकिन आकार में छोटा और हल्का होना इसका एक महत्त्वपूर्ण फायदा है ।
फ्लैटबेड स्कैनर्स ( Flatbed Scanners ) : - ये काफी बड़े और महँगे स्कैनर होते हैं तथा उच्च गुणवत्ता के चित्र उत्पन्न करते हैं । इसमें एक समतल पटल ( Flat Sur face ) होता है जिस पर डॉक्यूमेंट को रखकर स्कैन किया जाता है । यह बिल्कुल उसी तरह कार्य करता है जिस तरह फोटोकॉपी मशीन पर पेज रखकर फोटोकॉपी करते हैं । यह एक बार में पूरा एक पेज स्कैन करता है । ड्रम स्कैनर ( Drum Scanner ) : - ये मध्यम आकार के स्कैनर होते हैं । इनमें एक घूमने वाला ड्रम होता है । पेपर या शीट को स्कैनर में इनपुट देते हैं और स्कैनर में लगा डम पूरे पेज पर घूमता है , जिससे पूरा पेज स्कैन हो जाता है । यह बिल्कुल फैक्स मशीन की तरह कार्य करता है ।
बार कोड रीडर ( Bar Code Reader )
यदि आपको किसी सुपर मार्केट या डिपार्टमेंटल स्टोर से खरीददारी करने का मौका मिला हो तो आपने देखा होगा । कि जब हम सभी सामान लेकर , काउन्टर पर भुगतान के लिए आते हैं तो वहां बैठा कम्प्यूटर ऑपरेटर हमारे सामानों में से एक - एक करके सामान उठाता है तथा उसके किसी क्षेत्र पर एक मशीन रखकर पुनः हमारा सामान रख देता है तथा इस प्रकार वह सभी सामान के साथ करता है । वास्तव में उसके हाथ में जो मशीन होती है , उसे बार कोड रीडर कहते हैं तथा उसकी सहायता से वह प्रत्येक सामान पर लगे बार कोड को पढ़कर उसकी कीमत को कम्प्यूटर में इनपुट करता है । भारत में इस प्रकार के कोड का प्रचलन नया जरूर है लेकिन विश्व के कई विकसित देशों में यह एक आम प्रचलन है ।
बार कोड कुछ अलग - अलग मोटाई की विभिन्न लाइनें हैं जो कि सामान की कोड संख्या अथवा उसकी कीमत को निरूपित करती हैं । जिस कोडिंग पद्धति का प्रयोग बार कोड में किया जाता है , उसे यूनिवर्सल प्रोड्क्ट कोड ( Universal Product - UPC ) कहा जाता हैै।
जिन मशीनों की सहायता से इन बार कोड को पढ़ा जाता है , उन्हें बार कोड रीडर ( Bar Code Reader ) या स्कैनर ( Scanner ) कहते हैं । ये बार कोड रीडर दो आकारों में होते हैं । छोटे आकार का ( Handy Scanner ) जिसे उठाकर ऑपरेटर सामान पर लगे बार कोड पर रखकर , स्कैनर के ऊपर लगे बटन को दबाता है। दूसरा बार कोड रीडर आकार में बड़ा होता है जो कि पर स्थाई रूप से लगा होता है ।
टच स्क्रीन ( Touch Screen )
टच स्क्रीन एक विशेष प्रकार का मॉनिटर होता है । जो कि किसी भी प्रकार के स्पर्श के प्रति संवेदनशील होता है । 1984 में हेवलेट पैकॉर्ड ( Hewlett Packard ) कम्पनी द्वारा विकसित की गई इस विशेष स्क्रीन को सीमित मात्रा में डाटा तथा इनपुट करने के लिए प्रयोग में लिया जाता है । एक तरीके की टच स्क्रीन होती हैं। इसके साथ की - बोर्ड के द्वारा डेटा कम्प्यूटर में गहण किया जाता है । अथवा उंगलियों के माध्यम से स्क्रीन को टन छूने पर डाटा कम्प्यूटर द्वारा ग्रहण कर लिया जाता है।
जॉयस्टिक ( Joystick ) :-
यह भी कम्प्यूटर से सम्बन्धित एक इनपुट डिवाइस है जो कि सामान्यतः कम्प्यूटर पर गेम खेलने के काम आता है । यह एक लम्बा सा लीवर या छड है , जो कि एक गेंद की सहायता से अपने आधार से जुड़ी होती है । इस लीवर को पकड़ कर जिस दिशा में घुमाया जाता है , स्क्रीन पर पॉइन्टर उस दिशा में घूम जाता है ।
लाइट पेन ( Light Pen )
माउस , जॉयस्टिक आदि की भाँति लाइट पेन भी एक पॉइन्टिंग इनपुट डिवाइस है । स्क्रीन पर उपस्थित विभिन्न सूचनाओं को चुनने तथा स्क्रीन पर ही चित्र बनाने के लिए लाइट पेन का प्रयोग किया जाता है । एक रोशनी ( Light ) संवेदी डॉयोड इस पेन के विब के स्थान पर लगा होता है । जब पेन को स्क्रीन के पास ले जाया जाता है तो निब मॉनिटर की रोशनी को महसूस करता है तथा जिस स्थान पर भी इस पेन को रखा जाता है वहा पर सूूचना के संकेत को CPU को भेेेे जाता है।
Voice input or Audio input ( Microphone )
माइक्राफोन एक प्रकार का इनपुट डिवाइस है , जिसका प्रयोग कम्प्यूटर को साउण्ड के रूप में इनपुट देने के लिए किया जाता है। माइक्रोफोन आवाज को प्राप्त करता है तथा उसे कम्प्यूटर के फॉर्मेट में परिवर्तित करता है , जिसे डिजिटाइज्ड साउण्ड या डिजिटल ऑडियो भी कहते हैं ।
Smart card reader
स्मार्ट कार्ड रीडर एक डिवाइस है , जिसका प्रयोग किसी स्मार्ट कार्ड के माइक्रोप्रोसेसर को एक्सेस करने के लिए किया जाता है । स्मार्ट कार्ड दो प्रकार के होते हैं ।
( i ) मैमोरी कार्ड ( ii ) माइक्रोप्रोसेसर कार्ड
मैमोरी कार्ड में नॉन - वॉलेटाइल मैमोरी स्टोरेज कम्पोनेण्ट होता है जो डेटा को स्टोर करता है । माइक्रोप्रोसेसर कार्ड में वॉलेटाइल मैमोरी और माइक्रोप्रोसेसर कम्पोनेण्ट्स दोनों होते हैं । कार्ड सामान्यत : प्लास्टिक से बना होता है । स्मार्ट कार्ड का प्रयोग बड़ी कम्पनियों और संगठनों से सुरक्षा के उद्देश्य से किया जाता है ।
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